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शिवरात्रि से पहले किन्नौर के चंडिका मंदिर में शुरू हुआ मेला, श्रद्धालुओं को उमड़ी भीड़ - भगवान शिव किन्नर कैलाश

किन्नौर में शिवरात्री से चंडिका के मंदिर में मेले की शुरुआत हो गई है. यह मेला शिवरात्रि तक चलेगा. देवी के मंदिर प्रांगण में शिवलिंग के साथ भगवान शिव की बड़ी मूर्ति के दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग आते हैं.

fair started at chandika temple in kinnaur
चंडिका मंदिर में शुरु हुआ मेला
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Published : Feb 9, 2020, 2:23 PM IST

Updated : Feb 9, 2020, 9:28 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में शिवरात्री से पहले चंडिका मंदिर में मेले की शुरुआत हो गई है. यह मेला शिवरात्रि तक चलेगा. यह मेला शिवरात्रि से 10 या 8 दिन पूर्व होता है. मन्दिर प्रांगण के मध्य बर्फ की शिवलिंग बनाई जाती है. इस शिवलिंग के बाहर से महिलाएं व कारदारगन पारंपरिक वेशभूषा में (कायनग) मेला करते हैं. इस दौरान शिव व माता देवी के गीतों को गाया जाता है.

महिलाएं रात तक मंदिर प्रांगण में माता देवी व भगवान शिव किन्नर कैलाश की स्तुति करती हैं. इस मेले को स्थानीय बोली में (सांतो तोशिम)भी कहा जाता है. बता दें की देवी चंडिका माता साइराग से लेकर रोपा वैली तक की मालकिन मानी जाती है. इसमे करीब 22 गांव आते हैं. इससे पहले लोग शिवरात्रि से पूर्व किन्नर कैलाश की पूजा भी करेंगे और शिवरात्रि से एक दिन पूर्व मंदिर में भीड़ उमड़ती है.

वीडियो रिपोर्ट.
देवी के मंदिर प्रांगण में शिवलिंग के साथ भगवान शिव की बड़ी मूर्ति के दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग आते हैं. इस दिन यहां लोगों को देवी चण्डिका भी दर्शन देती है.

पढ़ें: शिवरात्रि महोत्सव में शामिल नहीं होंगे सुकेत रियासत के प्राचीन देवी-देवता, ये है वजह

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में शिवरात्री से पहले चंडिका मंदिर में मेले की शुरुआत हो गई है. यह मेला शिवरात्रि तक चलेगा. यह मेला शिवरात्रि से 10 या 8 दिन पूर्व होता है. मन्दिर प्रांगण के मध्य बर्फ की शिवलिंग बनाई जाती है. इस शिवलिंग के बाहर से महिलाएं व कारदारगन पारंपरिक वेशभूषा में (कायनग) मेला करते हैं. इस दौरान शिव व माता देवी के गीतों को गाया जाता है.

महिलाएं रात तक मंदिर प्रांगण में माता देवी व भगवान शिव किन्नर कैलाश की स्तुति करती हैं. इस मेले को स्थानीय बोली में (सांतो तोशिम)भी कहा जाता है. बता दें की देवी चंडिका माता साइराग से लेकर रोपा वैली तक की मालकिन मानी जाती है. इसमे करीब 22 गांव आते हैं. इससे पहले लोग शिवरात्रि से पूर्व किन्नर कैलाश की पूजा भी करेंगे और शिवरात्रि से एक दिन पूर्व मंदिर में भीड़ उमड़ती है.

वीडियो रिपोर्ट.
देवी के मंदिर प्रांगण में शिवलिंग के साथ भगवान शिव की बड़ी मूर्ति के दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग आते हैं. इस दिन यहां लोगों को देवी चण्डिका भी दर्शन देती है.

पढ़ें: शिवरात्रि महोत्सव में शामिल नहीं होंगे सुकेत रियासत के प्राचीन देवी-देवता, ये है वजह

Intro:किन्नौर न्यूज़।

किन्नौर के कोठी मन्दिर में शिवरात्रि से पूर्व,देवी चण्डिका के मन्दिर में शुरू हुआ मेला,मान्यताओ अनुसार भगवान शिव को किया जाता है बर्फ के शिवलिंग से खुश।

किन्नौर-जनजातीय जिला किन्नौर के सबसे बड़ी देवी चण्डिका जो किन्नौर के कोठी गाँव में विराजमान है और इन दिनों स्वर्ग से लौटी है जिसके बाद अब मन्दिर प्रांगण में शिवरात्रि से पूर्व ग्रामीणों ने देवी चण्डिका के आदेश पर भगवान शिव व माता देवी की स्तुति किन्नौरी गीतों से शुरू कर दी है और यह मेला अब शिवरात्रि तक चलेगा साथ ही साथ देवी माता के प्रांगण में महिलाओं का खास महत्व माना जाता है यह महिलाएँ रात्रि तक मन्दिर प्रांगण में माता देवी व भगवान शिव किन्नर कैलाश की स्तुति करते हुए मेला करती है।


Body:इस खास मेले व महिलाओं के इस कार्यक्रम को स्थानीय बोली में (सांतो तोशिम)भी कहा जाता है जिसमे महिलाओं की टोली जो साइराग क्षेत्र यानी आसपास के जितने भी गाँव है वहां की महिलाओं समेत मन्दिर किरदार इस मुख्य मेले में शिरकत करते है यह मेला हर शिवरात्रि से 10 या 8 दिन पूर्व होता है जिसमे मन्दिर प्रांगण के मध्य एक देवी माता के शक्तिपीठ पत्थर के बाहर से बर्फ की शिवलिंग बनाई जाती है जिसके बाद इस शिवलिंग के बाहर से महिलाए व कारदारगन पारम्परिक वेशभूषा में (कायनग) यानी मेला करते है इस दौरान शिव व माता देवी के गीतों को यहां गाया जाता है।

Conclusion:

बता दे की देवी चण्डिका माता साइराग से लेकर रोपा वैली तक की मालकिन मानी जाती है जिसमे करीब 22 गाँव आते है देवी चण्डिका माता शिवरात्रि से पूर्व किन्नर कैलाश की पूजा भी करेंगे और शिवरात्रि से एक दिन पूर्व इस मन्दिर में भीड़ उमड़ जाती है क्यों की देवी के मन्दिर प्रांगण में शिवलिंग के साथ भगवान शिव की बड़ी मूर्ति के दर्शन के लिए काफी लोग आते है और इस दिन यहाँ लोगो को देवी चण्डिका भी दर्शन देती है।

Last Updated : Feb 9, 2020, 9:28 PM IST
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