किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में सोमवार रात पहाड़ों से बर्फबारी शुरू हुई है, जिसके चलते किन्नौर के तापमान में भारी गिरावट आई है. इसके चलते ठंड के प्रकोप से जिला के लोगों ने अब घरो के अंदर आग का सहारा लेना भी शुरू कर दिया है. जिला मुख्य्याल रिकांगपिओ में भी बर्फबारी के बाद अब तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है.
बर्फबारी से कम हुआ बीमारियों का खतरा
वहीं, जिला के लोगों में इस बर्फबारी से खुशी दिख रही है, जिससे बीमारियों का खतरा भी कम हो जाएगा. वहीं, जिला पर्यटन अधिकारी अवनीन्द्र शर्मा ने कहा कि भारी बर्फबारी में लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज करें. साथ ही बाहरी राज्यों से जिला में ठहरे पर्यटक भी अपने ठहराव स्थल से इधर उधर जाने की कोशिश ने करें, जिससे बड़ा हादसा भी हो सकता है.
कोरोना फैलने की बढ़ी आशंका
पर्यटन अधिकारी ने कहा कि जिला में बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ गयी है और कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका बनी हुई है. जिला में कोरोना की दर कम हुई है. ऐसे में बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों से भी इस संक्रमण के फैलने की संभावना हो सकती है. ऐसे में स्थानीय लोग व पर्यटक ठंडे माहौल में आपसी संपर्क से भी दूर रहे, जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
दो दिनों के लिए जारी येलो अलर्ट
अवनीन्द्र शर्मा ने कहा कि जिला किन्नौर में बर्फबारी का दौर लगातर जारी है. ऐसे में फिलहाल वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चली हुई है. उन्होंने कहा कि बहुत ही जरूरी काम के अलावा जिला के लोग सफर करने से एतिहात बरतने की कोशिश करें, जिससे बर्फबारी में वाहनों के दुर्घनाग्रस्त होने की संभावना से बचा जा सकता है. बता दें कि जिला में दो दिनों के लिए डीसी किन्नौर ने येलो अलर्ट भी जारी किया है.