किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में नेशनल हाईवे-5 पर निगुलसरी के समीप पशासन ने वाहनों कि आवाजाही (vehicles in Nigulsari due to Landslide alert) को रोक लगा दी है. यहां लगे अर्ली वार्निंग सिस्टम ने फिर से भूस्खलन का अलर्ट दिया (Landslide in Kinnaur) है. ऐसे में वाहनों को यहीं रोक दिया गया है. दरअसल पिछले साल भूस्खलन के कारण यहां काफी तबाही हुई थी. जिसमें दर्जनों पर्यटकों की मौत भी हुई थी. उसके बाद आईआईटी मंडी द्वारा यहां पर अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाया गया था. इसी अर्ली वार्निंग सिस्टम ने आज फिर चेतावनी जारी की है.
चेतावनी के चलते एसडीएम निचार विमला कश्यप ने एनएच-5 के दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया है. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते पहले ही जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. ऐसे में अर्ली वार्निंग सिस्टम के अलर्ट देने के बाद यहां आवाजाही को अस्थाई तौर पर रोका गया है. वहीं प्रशासन ने पर्यटको व अन्य यात्रियों को फिलहाल निगुलसरी के आसपास के क्षेत्रों में सफर करने से सख्त मनाही की है. क्योंकि इस जगह पर लगातार पहाड़ो से हल्के पत्थर गिरने का सिलसिला शुरू हो चूका है.
वहीं मौके पर पुलिस व होमगार्ड के जवानों को तेनात कर दिया गया है, ताकि इस जगह से कोई आवाजाही न कर सके. बता दें कि हिमाचल में मानसून (Monsoon in Himachal) की बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है. आए दिन भारी बारिश (Weather in Himachal) के चलते जगह-जगह बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने (Cloud burst in Himachal) जैसे हादसे पेश आ रहे हैं. बीते कल भी किन्नौर जिले के पूह खंड की शलखर पंचायत में बादल फटने से (Cloud burst in Kinnaur) भारी तबाही हुई है. यहां नहीं पिछले महिने ही कुल्लू की मणिकर्ण और मलाणा घाटी (Cloud burst in Kullu) में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ था. जबकि इसी महिने बिलासपुर में भी बादल फटने से घरों को नुकसान पहुंचा था. लगातार हो रहे इन हादसों के चलते अब प्रशासन भी सतर्क हो गया है.
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