किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में कर्फ्यू के चलते सैकड़ों मजदूर बिना मजदूरी के परेशानियों से गुजर रहे थे. लंबे समय से देश-प्रदेश से आए मजदूर कमरों में कैद हो गए थे. काम ना मिलने के कारण मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था.
अब एक महीने से ज्यादा होने पर सरकार और प्रशासन ने कर्फ्यू में कुछ रियायतें दी हैं. सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखते हुए निर्माण कार्यों को करने की अनुमति दी है. निर्माण कार्य शुरू होने से मजदूरों को काम मिलने लगा है. काम मिलने से मजदूरों को कुछ हद तक राहत मिली है.
शुक्रवार को मजदूर दिवस के मौके पर रिकांगपिओ के आसपास सैकड़ों मजदूर सरकारी कार्य, भवन निर्माण और सड़क निर्माण के कार्य करते दिखाई दिए. ईटीवी से बातचीत करते हुए मजदूरों ने कहा कि कर्फ्यू के कारण लंबे समय से उन्हें काम नहीं मिल रहा था, लेकिन अब काम मिलने के बाद उनकी चिंताएं कम हुई हैं.
रिकांगपिओ में ठेकेदार के अधीन काम करने वाले नेपाली मजदूर ने कहा कि इससे पहले वो एक होटल में काम करते थे, लेकिन होटल बन्द होने के कारण अब पीडब्ल्यूडी विभाग के ठेकेदार के अधीन काम मिल गया है. काम मिलने से उनकी चिंताएं कुछ हद तक कम जरूर हुई हैं.
बता दें कि जिला किन्नौर में सैकड़ों मजदूरों को अब निर्माणाधीन परियोजनाओं, पीडब्ल्यूडी विभाग, ठेकेदारी के काम शुरू होने से मजदूरों को राहत मिली है. मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग और प्रशासन के तय नियमों के मुताबिक ही काम करना होगा.