किन्नौर: जिला किन्नौर में बीते एक वर्ष से मुख्य द्वार चौरा से पोवारी तक राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 की हालत खस्ता है. जगह-जगह सड़कों में टायरिंग उखड़ने के साथ बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं. ऐसे में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर वाहनों की आवाजाही में समस्याएं आ रही हैं. वहीं, प्रशासन की ओर से अबतक सड़क मेटलिंग के काम को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है.
राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 की मेटलिंग का काम शुरू
जिलाधीश किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला के चौरा से पोवारी के मध्य अलग-अलग इलाको में मेटलिंग की जा रही है. जिसमें मुख्य रूप से वांगतू से पोवारी राष्ट्रीय उच्च मार्ग की हालत खराब है. ऐसे में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 का काम जल्द शुरू किया जाएगा. राष्ट्रीय उच्च मार्ग के इर्द-गिर्द बड़ी-बड़ी दीवारों का निर्माण भी किया जाएगा, क्योंकि जिला का राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 सतलुज नदी के साथ सटा हुआ है.
मरीजों को हो रही परेशानी
कई बार मरीजों को रिकांगपिओ अस्पताल से शिमला रेफर किया जाता है और सड़क की ऐसी दुर्दशा के कारण शिमला पहुंचने में करीब 10 घंटे लग जाते हैं. इस दौरान मरीज की हालत बिगड़ जाती है और कई लोग शिमला पहुंचने से पूर्व ही अपनी जान गंवा देते हैं.
अगस्त माह तक समाप्त होगी टायरिंग
जिलाधीश ने कहा कि जिला में सितंबर माह के बाद ठंड शुरू हो जाती है. ऐसे में सड़कों पर समय रहते टायरिंग और मेटलिंग नहीं की जाती, तो सड़क से टायरिंग उखड़ जाती है. जिसके चलते जिला में अगस्त माह तक सभी टायरिंग को समाप्त करने के लिए प्रशासन प्रयासरत है.
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