ज्वालामुखी: भारत की सबसे कठिन श्रीखंड महादेव की यात्रा के दौरान शिमला के स्थानीय युवाओं ने स्वच्छता का संदेश दिया है. शिमला के युवाओं ने श्रीखंड जाने वाले रास्ते में पड़े कूड़े को इकट्ठा किया और उसे लगभग 20 किलोमीटर दूर बेस कैंप तक पहुंचाया.
वहीं, युवाओं ने यहां से गुजर रहे श्रद्धालुओं को भी रास्ते में कूड़ा न फेंकने और पर्यावरण को साफ सुथरा रखने की अपील की. बता दें कि श्रीखंड के रास्ते में जो भी प्लास्टिक बिखरा पड़ा था उसे बोरों में इकट्ठा कर बेस कैंप तक पहुंचाया. इस दौरान दूसरे श्रद्धालुओं ने भी युवकों का साथ दिया.
श्रद्धालुओं ने कहा कि श्रीखंड महादेव की यात्रा पर हजारों की तादात में देशभर से लोग भोले के दर्शन के लिए आते हैं. ऐसे में यहां पड़ी गंदगी अपने आप में ही एक धब्बा है, साथ ही स्वच्छता के नाम पर इस घाटी का नाम बदनाम हो सकता है. इसलिए हमें चाहिए कि हम इसे साफ सुथरा रखें. साथ ही लोगों को भी ये सन्देश दें कि इस जगह गंदगी न फैलाएं.
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बता दें कि साल श्रीखंड यात्रा 15 जुलाई शुरू हुई थी. यह यात्रा इतनी कठिन है कि यहां चलते चलते खुद लोग थक जाते हैं. ऐसे में लगभग 20 किलोमीटर दूर बेस कैंप सिंहगाड तक कूड़ा पहुंचाना अपने आप में ही बताता है कि पर्यावरण के प्रति युवाओं में कितना प्रेम है.