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पूर्व सैनिक की पत्नी की गुहार, 'दफ्तर-दफ्तर घूमते थक चुकी हूं, मेरा घर रोशन करवा दो सरकार'

भारतीय सेना में देश की सेवा करते हुए पूर्व सैनिक वीरता राम ने कई बार दुश्मन के दांत खट्टे किए लेकिन सिस्टम के आगे अपने हक की लड़ाई जीते जी नहीं जीत पाए. लगभग 40 साल तक अपने घर में एक बिजली का कनेक्शन लेने के लिए सिस्टम से लड़ते रहे. 8 साल पहले वीरता राम इस दुनिया से चले भी गए लेकिन उनके घर में बिजली का बल्ब नहीं लग पाया. वीरता राम की 65 वर्षीय पत्नी अब अपने घर में बिजली का कनेक्शन लगवाने की लड़ाई लड़ रही हैं.

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Published : Jun 10, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Jun 10, 2021, 2:51 PM IST

पालमपुर: हिमाचल प्रदेश की बिजली से पंजाब-दिल्ली जगमगा रहे हैं, लेकिन पूर्व फौजी के घर पर 40 सालों से छाया अंधियारा न सरकारों को दिखाई दे रहा है और न सिस्टम को. पूर्व फौजी वीरता राम ने दुश्मनों को तो कई बार अपना लोहा मनवाया लेकिन सिस्टम से लड़ते-लड़ते जिंदगी से जंग हार गए. अब उनकी बुजुर्ग पत्नी ऑफिसों के चक्कर काटकर यहां की व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रही है.

सत्ता की हनक में सरकारें और अफसरशाही इतराकर दंभ से कहते हैं कि हमारा नाम सर प्लस बिजली वाले प्रदेशों में शुमार है लेकिन बुजर्ग महिला के मुंह से तो बस यही आह सुनाई देती है कि बिना तेल के दिए जैसी है मेरे लिए बिजली. जरा सी हवा चलने पर अंधेरा मार देता है.

पूर्व सैनिक के घर नहीं पहुंची बिजली

संध्या देवी पालमपुर के वार्ड नंबर 10 में रहती हैं. संध्या के पति भारतीय सेना में सैनिक रह चुके हैं, लेकिन इसका भी संध्या के जीवन में कोई फायदा नहीं हुआ. वीरता राम ने देश के लिए अपना घर-परिवार छोड़ दिया और जमकर देश सेवा की और दुनिया को अलविदा कह दिया. पति की सेवाओं के बावजूद आज भी पत्नी को बिजली का लाभ नहीं मिल पाया है.

वीडियो रिपोर्ट.

क्या कहती हैं संध्या देवी

संध्या देवी ने बताया कि बिजली तो है नहीं इसलिए रोशनी के लिए रात को मिट्टी के तेल का लैंप जलाना पड़ता है. कई बार मिट्टी का तेल भी नहीं मिलता है तो उनको सरसों के तेल का दिया जलाकर भी गुजारा करना पड़ता है. संध्या देवी को इस बात का मलाल है कि उनके घर से 200 मीटर दूर से गुजर रही लाइन से पंजाब के घरों में बिजली पहुंच रही है, लेकिन इसका उनको कोई लाभ नहीं मिल रहा है. यही नहीं उनके घर से एक किलोमीटर के दायरे में मारंडा और देहन में पावर सब स्टेशन भी है, फिर भी उनके घर तक बिजली नहीं पहुंच रही है.

मुख्यमंत्री से मदद की गुहार

संध्या देवी ने आग्रह किया है कि उनकी बात प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तक पहुंचाई जाए. संध्या देवी ने कहा कि सरकार हर घर को बिजली देने का दावा करती है लेकिन मुख्यमंत्री जी मेरे घर में 40 साल से बिजली नहीं है. हम दफ्तरों और जनप्रतिनिधियों के यहां चक्कर काट-काट कर थक गए हैं. मुख्यमंत्री जी हमारी भी सुन लो और बिजली विभाग को उनके घर में बिजली पहुंचाने के निर्देश देने की कृपा करो.

क्या कहते हैं अधिकारी

इस बारे में पूछने पर विद्युत मंडल पालमपुर के अधिशासी अभियंता संदीप कुमार ने कहा कि बिजली हर आदमी की जरूरत है और सब को बिजली मिलनी चाहिए. संध्या देवी को भी बिजली का कनेक्शन मिले, इसके लिए हम इस परिवार के साथ संपर्क में हैं. बिजली की लाइन बिछाने का काम करने में काफी समय लग जाएगा. हम उपरोक्त घर तक पीवीसी लाइन बिछाकर जल्द बिजली का कनेक्शन देने का प्रयास करेंगे. एक बार बिजली वहां पहुंच जाए तो उसके बाद उनके घर तक एलटी लाइन बिछाने का भी प्रावधान कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: ज्वालामुखी अस्पताल में गहराया पेयजल संकट, सूचना मिलते ही टैंकर लेकर पहुंची मां ज्वाला जन कल्याण सभा

पालमपुर: हिमाचल प्रदेश की बिजली से पंजाब-दिल्ली जगमगा रहे हैं, लेकिन पूर्व फौजी के घर पर 40 सालों से छाया अंधियारा न सरकारों को दिखाई दे रहा है और न सिस्टम को. पूर्व फौजी वीरता राम ने दुश्मनों को तो कई बार अपना लोहा मनवाया लेकिन सिस्टम से लड़ते-लड़ते जिंदगी से जंग हार गए. अब उनकी बुजुर्ग पत्नी ऑफिसों के चक्कर काटकर यहां की व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रही है.

सत्ता की हनक में सरकारें और अफसरशाही इतराकर दंभ से कहते हैं कि हमारा नाम सर प्लस बिजली वाले प्रदेशों में शुमार है लेकिन बुजर्ग महिला के मुंह से तो बस यही आह सुनाई देती है कि बिना तेल के दिए जैसी है मेरे लिए बिजली. जरा सी हवा चलने पर अंधेरा मार देता है.

पूर्व सैनिक के घर नहीं पहुंची बिजली

संध्या देवी पालमपुर के वार्ड नंबर 10 में रहती हैं. संध्या के पति भारतीय सेना में सैनिक रह चुके हैं, लेकिन इसका भी संध्या के जीवन में कोई फायदा नहीं हुआ. वीरता राम ने देश के लिए अपना घर-परिवार छोड़ दिया और जमकर देश सेवा की और दुनिया को अलविदा कह दिया. पति की सेवाओं के बावजूद आज भी पत्नी को बिजली का लाभ नहीं मिल पाया है.

वीडियो रिपोर्ट.

क्या कहती हैं संध्या देवी

संध्या देवी ने बताया कि बिजली तो है नहीं इसलिए रोशनी के लिए रात को मिट्टी के तेल का लैंप जलाना पड़ता है. कई बार मिट्टी का तेल भी नहीं मिलता है तो उनको सरसों के तेल का दिया जलाकर भी गुजारा करना पड़ता है. संध्या देवी को इस बात का मलाल है कि उनके घर से 200 मीटर दूर से गुजर रही लाइन से पंजाब के घरों में बिजली पहुंच रही है, लेकिन इसका उनको कोई लाभ नहीं मिल रहा है. यही नहीं उनके घर से एक किलोमीटर के दायरे में मारंडा और देहन में पावर सब स्टेशन भी है, फिर भी उनके घर तक बिजली नहीं पहुंच रही है.

मुख्यमंत्री से मदद की गुहार

संध्या देवी ने आग्रह किया है कि उनकी बात प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तक पहुंचाई जाए. संध्या देवी ने कहा कि सरकार हर घर को बिजली देने का दावा करती है लेकिन मुख्यमंत्री जी मेरे घर में 40 साल से बिजली नहीं है. हम दफ्तरों और जनप्रतिनिधियों के यहां चक्कर काट-काट कर थक गए हैं. मुख्यमंत्री जी हमारी भी सुन लो और बिजली विभाग को उनके घर में बिजली पहुंचाने के निर्देश देने की कृपा करो.

क्या कहते हैं अधिकारी

इस बारे में पूछने पर विद्युत मंडल पालमपुर के अधिशासी अभियंता संदीप कुमार ने कहा कि बिजली हर आदमी की जरूरत है और सब को बिजली मिलनी चाहिए. संध्या देवी को भी बिजली का कनेक्शन मिले, इसके लिए हम इस परिवार के साथ संपर्क में हैं. बिजली की लाइन बिछाने का काम करने में काफी समय लग जाएगा. हम उपरोक्त घर तक पीवीसी लाइन बिछाकर जल्द बिजली का कनेक्शन देने का प्रयास करेंगे. एक बार बिजली वहां पहुंच जाए तो उसके बाद उनके घर तक एलटी लाइन बिछाने का भी प्रावधान कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: ज्वालामुखी अस्पताल में गहराया पेयजल संकट, सूचना मिलते ही टैंकर लेकर पहुंची मां ज्वाला जन कल्याण सभा

Last Updated : Jun 10, 2021, 2:51 PM IST
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