ज्वालामुखी: जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी अस्पताल में पेयजल संकट गहरा गया है. अव्यवस्था का आलम ये है कि पीने के पानी से लेकर शौचालय तक में पानी नहीं की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में यहां मरीजों के साथ आए हुए तीमारदारों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
मामले की सूचना मिलने के बाद मां ज्वाला जन कल्याण सभा के सदस्यों ने भी ज्वालामुखी अस्पताल का दौरा किया. वहां पर खंड चिकित्सा अधिकारी प्रवीण चौधरी, चिकित्सकों, कर्मचारियों सहित यहां आए हुए मरीजों से अस्पताल की अव्यवस्था के विषय में चर्चा की. मां ज्वाला जन कल्याण सभा के सदस्यों ने अस्पताल में पानी की आपूर्ति के लिए पानी के टैंकर की व्यवस्था भी की.
जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से मुलाकात
सभा के अध्यक्ष राकेश कुमार बंटा और महासचिव वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि अस्पताल में पानी की समस्या को लेकर वह ज्वालामुखी जल शक्ति विभाग के अधिकारी से भी मिले और उनको भी अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा.
सरकार से की ये मांग
उल्लेखनीय है कि ज्वालामुखी अस्पताल अपने भवन की दुर्दशा के कारण वैसे ही बदहाल हालत में है. लगभग 5 वर्ष पहले 100 बेड की घोषणा हुई थी, लेकिन आज दिन तक व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है. सभा के सदस्यों ने सरकार से अस्पताल में पड़े रिक्त पदों को भरने की मांग की है. इसके अलावा ज्वालामुखी अस्पताल के भवन का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र अति शीघ्र किया जाए.
ये सभी रहे मौजूद
इस अवसर पर सभा के अध्यक्ष राकेश कुमार बंटा, महासचिव वीरेंद्र शर्मा, संरक्षक किशोरचंद सूद के अतिरिक्त सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक कृष्ण गोपाल कपूर, प्रवीण शास्त्री, केशव सोनू सूद, केके शर्मा एवं सभा के कानूनी सलाहकार अभिषेक पाधा एडवोकेट मौजूद रहे.
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