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शहीद स्मारक धर्मशाला में मनाया गया करगिल विजय दिवस, रि. जनरल रामपाल ने कही ये बड़ी बात

करगिल विजय दिवस पर शहीद स्मारक धर्मशाला में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि करगिल में पाक ने बता दिया कि वो पीठ में खंजर मारने में कितना महिर है.

रि. लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल
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Published : Jul 26, 2019, 2:42 PM IST

धर्मशाला: आज पूरे देश में करगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इसी कड़ी में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल शहीद स्मारक धर्मशाला पहुंचे.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ करगिल युद्ध एक बहुत अहम हिस्सा है, क्योंकि इसमें पाकिस्तान और उसके नेताओं ने यह बता दिया कि वो पीठ में खंजर मारने में कितने माहिर है.

आम जनता करगिल को एक स्पेशल इवेंट मानती है, जबकि फौजी इसे कंटीनुएशन ऑफ इवेंट कहते हैं, 1947 से अब तक जब भारत से पाकिस्तान अलग हुआ था. यह लड़ाई तब से चली आ रही है और हो सकता कि आने वाले कई सालों तक चलती रहेगी.

शहीद स्मारक धर्मशाला में मनाया गया करगिल विजय दिवस

उन्होंने कहा कि करगिल के बाद भी जब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी गए तब भी पाकिस्तान ने कोई न कोई हरकत की. उसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान गए थे, उसके बाद पठानकोट की घटना हुई, उसके बाद उरी की घटना हुई.

ये भी पढ़ें: देवभूमि के परमवीर की बहादुरी के किस्से, कहा था- या तो तिरंगा लहराते हुए आऊंगा या फिर तिरंगे में लिपट कर

सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल ने कहा कि यह सब उन चीजों की एक कड़ी है, जिसे तोड़ने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ेगी. हमें यह कोशिश करनी पड़ेगी कि पाकिस्तानियों की कमर तोड़ दें. साथ ही उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम शहीदों को सैल्यूट करने का है. सरकार जो भी कर रही है अपनी समझ के हिसाब से ठीक कर रही है.

पीके रामपाल ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि सरकार ठीक नहीं कर रही है तो आज का दिन उस बात के लिए नहीं है. पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए यह जरूरी है कि उसे ऐसी चोट दी जाए कि वो आगे बढ़ने के लायक ही न रहे. पाकिस्तान के साथ बाहर की कई ताकतें भी हैं. बावजूद इसके पाक की जो अंदरूनी स्थिति है. उसे देखकर यही लगता है कि अभी तक यह सब ठीक हो जाता.

ये भी पढ़ें: करगिल के पहले शहीद सैनिक की मां को याद आए अभिनंदन, मोदी सरकार से की ये गुजारिश

धर्मशाला: आज पूरे देश में करगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इसी कड़ी में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल शहीद स्मारक धर्मशाला पहुंचे.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ करगिल युद्ध एक बहुत अहम हिस्सा है, क्योंकि इसमें पाकिस्तान और उसके नेताओं ने यह बता दिया कि वो पीठ में खंजर मारने में कितने माहिर है.

आम जनता करगिल को एक स्पेशल इवेंट मानती है, जबकि फौजी इसे कंटीनुएशन ऑफ इवेंट कहते हैं, 1947 से अब तक जब भारत से पाकिस्तान अलग हुआ था. यह लड़ाई तब से चली आ रही है और हो सकता कि आने वाले कई सालों तक चलती रहेगी.

शहीद स्मारक धर्मशाला में मनाया गया करगिल विजय दिवस

उन्होंने कहा कि करगिल के बाद भी जब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी गए तब भी पाकिस्तान ने कोई न कोई हरकत की. उसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान गए थे, उसके बाद पठानकोट की घटना हुई, उसके बाद उरी की घटना हुई.

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सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल ने कहा कि यह सब उन चीजों की एक कड़ी है, जिसे तोड़ने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ेगी. हमें यह कोशिश करनी पड़ेगी कि पाकिस्तानियों की कमर तोड़ दें. साथ ही उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम शहीदों को सैल्यूट करने का है. सरकार जो भी कर रही है अपनी समझ के हिसाब से ठीक कर रही है.

पीके रामपाल ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि सरकार ठीक नहीं कर रही है तो आज का दिन उस बात के लिए नहीं है. पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए यह जरूरी है कि उसे ऐसी चोट दी जाए कि वो आगे बढ़ने के लायक ही न रहे. पाकिस्तान के साथ बाहर की कई ताकतें भी हैं. बावजूद इसके पाक की जो अंदरूनी स्थिति है. उसे देखकर यही लगता है कि अभी तक यह सब ठीक हो जाता.

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Intro:धर्मशाल- आम जनता कारगिल को एक स्पेशल इवेंट मानती है, जबकि फौजी इसे कंटीनुएशन आफ इवेंट कहते हैं, 1947 से अब तक। जब भारत से पाकिस्तान अलग हुआ था, यह लड़ाई तब से चली आ रही है और हो सकता आने वाले कई सालों तक चलती रहेगी, कारगिल उसका एक बहुत अहम हिस्सा था, क्योंकि उसमें पाकिस्तान और उसके नेताओं ने यह बता दिया कि वे पीठ में खंजर मारने में कितने माहिर हैं और उसके बाद भी वे कुछ न कुछ करते रहे हैं। यह बात सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल पीके रामपाल ने प्रदेश के एकमात्र शहीद स्मारक धर्मशाला में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शिरकत करते हुए कही। 


Body:उन्होंने कहा कि कारगिल के बाद भी जब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी गए तब भी पाकिस्तान ने कोई न कोई हरकत की, उसके बाद अभी तक पीएम मोदी पाकिस्तान गए थे, उसके बाद पठानकोट की घटना हुई, उसके बाद उरी की घटना हुई। यह सब उन सब चीजों की एक कड़ी है, जिसे तोडऩे के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ेगी। हमें यह कोशिश करनी पड़ेगी कि पाकिस्तानियों की कमर तोड़ दो। पीके रामपाल ने कहा कि आज का कार्यक्रम शहीदों को सेल्यूट करने का है। सरकार जो भी कर रही है अपनी समझ के हिसाब से ठीक कर रही है। 


Conclusion:यदि किसी को लगता है कि सरकार ठीक नहीं कर रही तो आज का दिन उस बात के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान  को सबक सिखाने के लिए यह जरूरी है कि उसे ऐसी चोट दी जाए कि वो आगे बढऩे के लायक ही न रहें। बाहर की और ताकतें भी पाकिस्तान के साथ हैं, अन्यथा पाक की जो अंदरूनी स्थिति है, अभी तक यह सब ठीक हो जाता।
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