धर्मशाला: कांगड़ा जिले के मैक्लोडगंज में अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों और रेहड़ी-फड़ी वालों पर नगर निगम धर्मशाला का डंडा चला. नगर निगम ने अतिक्रमणकारी दुकानदारों और रेहड़ी-फड़ी वालों के सामानों को सड़क किनारे से हटा कर जब्त कर लिया. जिसके बाद गुस्साए रेहड़ी-फड़ी वालों ने बुधवार को जिला प्रशासन को शिकायत पत्र सौंपा. निगम द्वारा हटाए गए रेहड़ी-फड़ी वालों का कहना है कि नगर निगम धर्मशाला ने बिना किसी नोटिस के उन्हें वहां से हटाया है. उनका कहना है कि बहुत से रेहड़ी-फड़ी वाले ऐसे थे जिनकी रोजी-रोटी सिर्फ इन रेहड़ियों से ही चलती थी. लेकिन निगम की कार्रवाई से इन लोगों को दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ रहा है.
DC कांगड़ा को सौंपा शिकायत पत्र: उन्होंने इस संदर्भ में उपायुक्त कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल को शिकायत पत्र सौंपा और कहा कि टाउन वेंडिंग कमेटी (टीवीसी) के तहत रेहड़ी-फड़ी वालों को हटाने से पहले उनका कहीं ओर स्थाई प्रावधान करने के लिए कहा गया है, लेकिन बाबजूद इसके नगर-निगम नियमों की अनुपालना नहीं कर रहा है. निगम द्वारा हटाए जाने से परेशान रेहड़ी-फड़ी वालों ने कहा कि ढाई माह पहले भी टीवीसी की बैठक हुई थी. उस दौरान रेहड़ी-फड़ी वालों को स्थाई दुकानें देने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक उन्हें दुकानें नहीं दी गई हैं.
बता दें कि निगम द्वारा हटाए इन रेहड़ी-फड़ी वालों में से 25 लोग ऐसे हैं, जिनके परिवार रेहड़ी-फड़ी से ही पल रहे हैं. ऐसे में अब निगम की कार्रवाई के बाद परिवारों के पास न तो मकान का किराया देने के पैसे हैं, न खाने के और न ही बच्चों की स्कूल फीस देने के पैसे हैं. जिस पर ये लोग जिला प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि ये इस हालत में जाएं तो कहां जाएं.
गौरतलब है कि हाल ही में रेहड़ी-फड़ी वालों का जो सर्वे किया गया था, उस पर अमल नहीं किया जा रहा है. रेहड़ी-फड़ी वालों का आरोप है कि निगम बिना कोई नोटिस दिए रेहड़ियां हटा रहे हैं. रेहड़ी-फड़ी एसोसिएशन के अध्यक्ष नोरसंग ने कहा कि नगर निगम द्वारा बिना कोई नोटिस जारी किए कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि इन लोगों का रोजगार और रोजी-रोटी इन्ही रेहड़ी-फड़ी से चलती है जिसे नगर निगम ने छीन लिया है. इसलिए आज उन्होंने उपायुक्त कांगड़ा को शिकायत पत्र सौंपा है.