धर्मशाला: हिमाचल के चार नगर निगमों का चुनाव 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. इन चुनावों में बीजेपी कांग्रेस के नेताओं की साख दांव पर है. इन चुनावों में सीएम जयराम की कप्तानी का इम्तिहान भी है तो वहीं कांग्रेस भी अपने हार के जख्मों को भरना चाहेगी.
2012 के बाद से कांग्रेस को हिमाचल में एक भी जीत नसीब नहीं हुई है. बीजेपी कांग्रेस की लगातार हो रही हार की हर मंच से मुनादी करवाती है, लेकिन कांग्रेस के पास निगम चुनावों में बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देने का मौका है. बात अगर धर्मशाला नगर निगम चुनाव की जए तो यहां इस बार बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गजों की यहां परीक्षा होगी.
दिग्गजों की 'अग्निपरीक्षा'
धर्मशाला से कांग्रेस के सुधीर शर्मा और बीजेपी के युवा विधायक विशाल नेहरिया के लिए ये चुनाव 2022 से पहले अग्निपरीक्षा की तरह होंगे. नेहरिया यहां से वर्तमान में विधायक हैं तो वहीं, सुधीर शर्मा यहां से पहले विधायक रहे चुके हैं. दोनों के लिए ये चुनाव 'प्री बोर्ड' की परीक्षा से कम नहीं हैं.
मेयर पद की दावेदारी
धर्मशाला में कुल 17 वार्ड हैं. यहां से कुल 80 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है. वहीं 37,993 मतदाता इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. बात अगर मेयर पद की दावेदारी की की जाए तो यहां से देवेंद्र जग्गी और रजनी व्यास कांग्रेस पार्टी से मेयर पद के दावेदार हो सकते हैं. ये दोनों ही पहले मेयर की कुर्सी संभाल चुके हैं.
वहीं, बीजेपी से ओंकार नेहरिया बीजेपी से मेयर पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. ओंकार नेहरिया पहले भी डिप्टी मेयर रहे चुके हैं. दूसरा ओंकार नेहरिया ओबीसी समुदाय से आते हैं. यहां ओबीसी समुदाय का खासा प्रभाव हैं. ऐसे में 2022 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ओंकार नेहरिया पर दांव खेल सकती है.
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