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पालमपुर के इस शख्स ने उठाया सफाई अभियान का जिम्मा, PM मोदी से मिली प्रेरणा

परिवार कर्ज के बोझ के तले दबा है, लेकिन फिर भी स्वच्छता की अलख को डेइं गांव के 53 वर्षीय संसार चंद ने धीरा उपमण्डल के हर गांव में पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. स्वच्छता अभियान में अपना योगदान देने के लिए ये संसार चंद सुबह से शाम तक जब भी वक्त मिले हाथ में झोला उठाकर कूड़ा कचरा बीनने चले जाते हैं.

special story of etv bharat on sansaar chand of palampur, पालमपुर के संसार चंद की कहानी
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Published : Feb 4, 2020, 9:13 PM IST

पालमपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जगाई गई स्वच्छता की अलख को डेइं गांव के 53 वर्षीय संसार चंद ने धीरा उपमण्डल के हर गांव में पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. स्वच्छता अभियान में अपना योगदान देने के लिए वे सुबह से शाम तक जब भी वक्त मिले हाथ में झोला उठाकर कूड़ा कचरा बीनने चले जाते हैं.

संसार चंद को समीपवर्ती गावों के हाट बाजारों, गलियों, सड़कों, दुकानों व घरों के बाहर एक बड़ा थैला कंधे पर उठाए कूड़ा इकट्ठे करते हुए आम देखा जा सकता है. संसार चंद जानते हैं कि इन टुकड़ों को सरकारी कीमत पर बेचने से उसे दिन भर की चाय का खर्च भी उपलब्ध नहीं होगा, लेकिन मिशन के तहत कमाई की जगह उसकी सफाई प्रति उच्च भावना काबिले तारीफ है.

वीडियो.

बता दें कि संसार चंद अब तक करीब एक ट्रक कूड़ा एकत्रित कर चुका है. जुनून इतना कि कूड़ा रखने के लिए किराये पर दुकान ले ली थी. कूड़ा बढ़ने लगा, लेकिन उसके निष्पादन का कोई प्रावधान न हुआ तो सारा कूड़ा उठाकर अपने घर के आंगन में रख दिया. आखिरकर कब तक जेब से किराया भरता. जब कहीं से कूड़े के निष्पादन की व्यवस्था न हुई तो संसारचंद ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखे.

वहीं, पालमपुर नगर परिषद ने संसार चंद द्वारा एकत्रित किये गए कूड़े को मंगवाया जा रहा है. डई गांव के निवासी संसार चंद कहते हैं कि उन्होंने किसी के घर पर टीवी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सफाई करते हुए देखा था तभी से मेरे मन में आया कि देश के प्रधानमंत्री ऐसा कर सकते हैं तो मैं क्यों नहीं.

संसार चंद 2 अक्तूबर 2018 से सफाई के अभियान में जुट गए हैं और आज अपने घर में ही प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करके रखा है. संसार चन्द ने कहा कि उनके इस कार्य उनकी पत्नी सहायता करती है.

ये भी पढ़ें- केंद्र ने प्रदेश सरकार से चीन से आए यात्रियों की लिस्ट की साझा, स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में सभी लोग

पालमपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जगाई गई स्वच्छता की अलख को डेइं गांव के 53 वर्षीय संसार चंद ने धीरा उपमण्डल के हर गांव में पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. स्वच्छता अभियान में अपना योगदान देने के लिए वे सुबह से शाम तक जब भी वक्त मिले हाथ में झोला उठाकर कूड़ा कचरा बीनने चले जाते हैं.

संसार चंद को समीपवर्ती गावों के हाट बाजारों, गलियों, सड़कों, दुकानों व घरों के बाहर एक बड़ा थैला कंधे पर उठाए कूड़ा इकट्ठे करते हुए आम देखा जा सकता है. संसार चंद जानते हैं कि इन टुकड़ों को सरकारी कीमत पर बेचने से उसे दिन भर की चाय का खर्च भी उपलब्ध नहीं होगा, लेकिन मिशन के तहत कमाई की जगह उसकी सफाई प्रति उच्च भावना काबिले तारीफ है.

वीडियो.

बता दें कि संसार चंद अब तक करीब एक ट्रक कूड़ा एकत्रित कर चुका है. जुनून इतना कि कूड़ा रखने के लिए किराये पर दुकान ले ली थी. कूड़ा बढ़ने लगा, लेकिन उसके निष्पादन का कोई प्रावधान न हुआ तो सारा कूड़ा उठाकर अपने घर के आंगन में रख दिया. आखिरकर कब तक जेब से किराया भरता. जब कहीं से कूड़े के निष्पादन की व्यवस्था न हुई तो संसारचंद ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखे.

वहीं, पालमपुर नगर परिषद ने संसार चंद द्वारा एकत्रित किये गए कूड़े को मंगवाया जा रहा है. डई गांव के निवासी संसार चंद कहते हैं कि उन्होंने किसी के घर पर टीवी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सफाई करते हुए देखा था तभी से मेरे मन में आया कि देश के प्रधानमंत्री ऐसा कर सकते हैं तो मैं क्यों नहीं.

संसार चंद 2 अक्तूबर 2018 से सफाई के अभियान में जुट गए हैं और आज अपने घर में ही प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करके रखा है. संसार चन्द ने कहा कि उनके इस कार्य उनकी पत्नी सहायता करती है.

ये भी पढ़ें- केंद्र ने प्रदेश सरकार से चीन से आए यात्रियों की लिस्ट की साझा, स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में सभी लोग

Intro:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जगाई गयी स्वच्छता की अलख को धीरा उपमण्डल के गांव में पहुंचाने का जिम्मा उठाया है डेइं गांव के 53 वर्षीय संसार चंद ने। स्वच्छता अभियान में अपना योगदान देने के लिए ये व्यक्ति सुबह से शाम तक जब वक्त मिले हाथ मे झोला उठाकर कूड़ा कचरा बीनता देखा जा सकता है। संसार चंद समीपवर्ती गावों के हाट बाजारों, गलियों, सड़कों, दुकानों व घरों के बाहर एक बड़ा थैला कंधे पर उठाए कूड़ा इकट्ठे करते हुए आम देखा जा सकता है। काकू जानते हैं कि इन टुकड़ों को सरकारी कीमत पर बेचने से उसे दिन भर की चाय का खर्च भी उपलब्ध नहीं होगा, लेकिन मिशन के तहत कमाई की जगह उसकी सफाई प्रति उच्च भावना काबिले तारीफ है। संसार चंद अब तक करीब एक ट्रक कूड़ा एकत्रित कर चुका है। जुनून इतना कि कूड़ा रखने के लिए किराये पर दुकान ले ली थी।Body:कूड़ा बढ़ने लगा लेकिन उसके निष्पादन का कोई प्रावधान न हुआ तो सारा कूड़ा उठाकर अपने घर के आंगन में रख दिया। आखिरकर कब तक जेब से किराया भरता। जब कहीं से कूड़े के निष्पादन की व्यवस्था न हुई तो संसारचंद ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखे। अंततः पालमपुर नगर परिषद ने संसार चंद द्वारा एकत्रित किये गए कूड़े को मंगवाया जा रहा है।Conclusion:वही डई गांव के निवासी संसार चन्द कहते है कि उन्होने किसी के घर पर टीवी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सफाई करते हुए देखा था तभी से मेरे मन में आया कि देश के प्रधानमंत्री ऐसा कर सकते है मै क्यो नही । 2 अक्तूबर 2018 से सफाई के अभियान में जुट गए है और आज अपने घर में ही प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करके रखा है । संसार चन्द ने कहा कि उनके इस कार्य उनकी पत्नी सहायता करती है।
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