धर्मशाला: कोरोना संकट के चलते बेरोजगार हुए लोगों के लिए शुरू की गई मनरेगा समग्र योजना के तहत लोग बागवानी करके फलदार पौधे उगा सकते हैं. धर्मशाला विकास खंड के कंड करडियाणा के विचित्र कुमार ने इस दिशा में काम करते हुए मिसाल कायम की है.
विचित्र दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं और अन्य ग्रामीण भी मनरेगा समग्र के तहत फलदार पौधे लगाने के लिए पंचायत में आवेदन करने लगे हैं. विचित्र का कहना है कि सेब के पौधे लगाने के साथ मिक्स प्लांटेशन का भी स्कोप है. वह सेब के बाग में लहसून की खेती भी कर रहे हैं. इस बार उन्होंने सेब के बाग में मटर लगाने की योजना बनाई है.
कंड करडियाणा के विचित्र सिंह ने कहा कि पंचायत की ओर से उन्हें 170 सेब के पौधे उपलब्ध करवाए गए थे, जिनकी उन्होंने प्लांटेशन की है. 80 के लगभग पौधे उन्होंने अपने स्तर पर लगाए थे. सेब के पौधों ने अब फल देना शुरू कर दिया है.
नेट आदि की व्यवस्था होने पर 14-15 पेटियां सेब यहां से उपलब्ध हो सकती हैं. मनाली और कोटखाई में रहते हुए सेब उत्पादन का अनुभव लिया, जिसका फायदा उन्हें अब मिल रहा है. वहां, मिक्स प्लांटेशन की जा रही है. इससे पहले लहसून लगाया था और अब इस बार मटर लगाने की योजना है.
बीडीओ धर्मशाला अभिनीत कात्यायन ने कहा कि मनरेगा समग्र के तहत पौधारोपण के काफी आवेदन आ रहे हैं. विशेषकर लोग सेब के पौधे लगाने में रुचि दिखा रहे हैं. उनका प्रयास है कि जो भी आवेदन आ रहे हैं, उन्हें 15 दिन के भीतर स्वीकृति प्रदान की जाए. वर्तमान में पौधारोपण का समय चल रहा है.
कंड करडियाणा गांव के एक व्यक्ति ने सेब पौधे लगाने के लिए पंचायत में आवेदन किया था, जिस पर व्यक्ति को 170 सेब के पौधे उपलब्ध करवाए गए हैं. पंचायत और अपने स्तर पर संबंधित व्यक्ति ने 250 के लगभग सेब के पौधे लगाए हैं. इस बार फल भी प्राप्त कर लिए हैं. 16 के लगभग नए आवेदन आए हैं.
ये भी पढ़ें: कुल्लू में घूस लेने के आरोप में ASI गिरफ्तार, कोर्ट से मिला 3 दिन का पुलिस रिमांड