धर्मशाला: धर्मशाला के सकोह में हिमाचल प्रदेश का पहला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है. ये सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट मलीय कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन (एफएसएसएम) योजना के तहत तैयार किया जा रहा है. इस प्लांट को मार्च 2024 तक तैयार करके शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. इस प्लांट के बनने से नगर निगम धर्मशाला में मर्ज एरिया के 8 वार्डों को सेप्टिक टैंक खाली करवाने की सुविधा मिलेगी.
गौरतलब है कि भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के तहत जिन शहरों के वार्डों में सीवरेज योजना कनेक्टेड नहीं है, उनमें एफएसएसएम योजना के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं. दिल्ली और जम्मू में इस योजना के तहत प्लांट निर्मित किए गए हैं, जबकि हिमाचल में पहला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट धर्मशाला के सकोह में बन रहा है.
8 वार्ड, 35 हजार आबादी: नगर निगम धर्मशाला के मर्ज एरिया के 8 वार्ड, जिनकी आबादी साल 2011 की जनगणना के अनुसार 35 हजार के करीब है. ये 8 वार्ड जब तक सीवरेज योजना से कनेक्ट नहीं हो जाते, तब तक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में सेप्टिक टैंक खाली करवा सकते हैं. प्लांट का कार्य जल शक्ति विभाग द्वारा किया जा रहा है. इसके लिए फंडिंग स्मार्ट सिटी की ओर से की गई है. इसके लिए विभाग को 2 टैंकर और 2 ट्रैक्टर भी मुहैया करवाए जाएंगे, जिससे कि लोगों को वाहन जुटाने की समस्या से भी निजात मिलेगी.
मनमाने रेट से मिलेगी निजात: नगर निगम धर्मशाला के तहत कई क्षेत्रों में जहां सीवरेज योजना नहीं है, वहां पर लोगों को सेप्टिक टैंक खाली करवाने के लिए मनमाने दाम देने पड़ते हैं. ऐसे में नगर निगम धर्मशाला के मर्ज एरिया में भी लोगों को सेप्टिक टैंक खाली करवाने के लिए जेब ढीली करनी पड़ रही है, लेकिन इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के बनने से लोगों मनमानी कीमतों से राहत मिलेगी.
136 करोड़ लागत का आकलन: नगर निगम धर्मशाला बनने से पहले नगर परिषद के 8 वार्ड थे. नगर निगम बनने के बाद 17 वार्ड हो गए. नगर परिषद वाले 8 वार्डों सहित रामनगर और शामनगर में सीवरेज सुविधा है. वार्ड 9 और 12 से 17 तक वार्डों को नगर निगम धर्मशाला में मर्ज किया गया है. जिनमें कोई भी सीवरेज की सुविधा नहीं है. जिसके लिए 136 करोड़ लागत का आकलन तैयार करके शहरी विकास विभाग और जल शक्ति विभाग को भेजा है. जिसमें अभी तक फंडिंग नहीं हुई है.
जल शक्ति विभाग वृत्त धर्मशाला के अधीक्षण अभियंता दीपक गर्ग ने कहा कि सकोह में बन रहे प्लांट के लिए स्मार्ट सिटी से जल शक्ति विभाग को फंडिंग हुई है. एफएसएसएम तकनीक के तहत सकोह में एक प्लांट बनाया जा रहा है, जिसके लिए 12 करोड़ रुपये की राशि मिली है. निर्माण के साथ-साथ 5 साल तक मरम्मत का भी प्रावधान है. इस प्लांट के बनने के बाद 4 गाड़ियों की व्यवस्था की जाएगी और मर्ज एरिया में लोगों के घरों के सेप्टिक टैंक से मल को उठाकर, सकोह में ले जाकर ट्रीट किया जाएगा. जब तक मर्ज एरिया के लिए कनेक्टेड सीवरेज योजना नहीं दे पाते, तब तक के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए से व्यवस्था की जाएगी. मार्च माह तक इस प्लांट का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.