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धर्मशाला सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त, जानिए क्या रही वजह ?

धर्मशाला उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण की जमानत जब्त हो गई है, जिसका एक कारण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुधीर शर्मा का चुनाव प्रचार में भाग ने लेना रहा.

vijya Inder karan
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Published : Oct 24, 2019, 9:21 PM IST

धर्मशाला: प्रदेश की दो विधानसभा सीटों में हुए उपचुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं. धर्मशाला विधानसभा की बात की जाए तो धर्मशाला में भाजपा की जीत हुई है तो वहीं, आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने दूसरा स्थान हासिल किया है.

कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण की जमानत जब्त हो गई है. वरिष्ठ पत्रकार प्रेम सूद ने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार विजय इंद्र कर्ण को जब से टिकट मिली उस दिन के बाद सुधीर शर्मा विस क्षेत्र में मौजूद नहीं रहे, जिस वजह से कांग्रेस में एकजुटता नहीं दिखाई दी.

प्रेम सूद ने कहा कि धर्मशाला सीट से सबसे पहले सुधीर शर्मा के चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाएं थीं, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया. वहीं, विजय इंद्र कर्ण अपने जनाधार को एकत्रित नहीं कर पाए जिस वजह से उनकी इतनी बड़ी हार हुई.

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वहीं, वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने जोरो शोरो से जातिवाद का नारा दिया. यही कारण है कि उन्हें चौधरी समुदाय का वोट अधिक मिला है, जिस वजह से उन्हें उपचुनाव में दूसरा स्थान मिला. प्रेम सूद ने कहा कि विधानसभा सीट से सुधीर शर्मा प्रमुख चेहरा थे, लेकिन चुनाव प्रचार में वो कहीं नजर नहीं आए, जिसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ा.

धर्मशाला: प्रदेश की दो विधानसभा सीटों में हुए उपचुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं. धर्मशाला विधानसभा की बात की जाए तो धर्मशाला में भाजपा की जीत हुई है तो वहीं, आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने दूसरा स्थान हासिल किया है.

कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण की जमानत जब्त हो गई है. वरिष्ठ पत्रकार प्रेम सूद ने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार विजय इंद्र कर्ण को जब से टिकट मिली उस दिन के बाद सुधीर शर्मा विस क्षेत्र में मौजूद नहीं रहे, जिस वजह से कांग्रेस में एकजुटता नहीं दिखाई दी.

प्रेम सूद ने कहा कि धर्मशाला सीट से सबसे पहले सुधीर शर्मा के चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाएं थीं, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया. वहीं, विजय इंद्र कर्ण अपने जनाधार को एकत्रित नहीं कर पाए जिस वजह से उनकी इतनी बड़ी हार हुई.

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वहीं, वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने जोरो शोरो से जातिवाद का नारा दिया. यही कारण है कि उन्हें चौधरी समुदाय का वोट अधिक मिला है, जिस वजह से उन्हें उपचुनाव में दूसरा स्थान मिला. प्रेम सूद ने कहा कि विधानसभा सीट से सुधीर शर्मा प्रमुख चेहरा थे, लेकिन चुनाव प्रचार में वो कहीं नजर नहीं आए, जिसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ा.

Intro:धर्मशाला- प्रदेश की दो विधानसभा में हुए उपचुनावों के नतीजे सामने आ गए है। वही धर्मशाला विधानसभा की बात की जाए तो धर्मशाला में भाजपा की जीत हुई है तो वही आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने दूसरा स्थान हासिल किया है। कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र करन को तीसरा स्थान हासिल किया है। बता दे कि धर्मशाला में हुए उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई है। भाजपा ने जहां जीत हासिल की है तो कांग्रेस ने अपनी जमानत जब्त करवा ली है। 


एकजुटता का नही हुआ फायदा- 


कांग्रेस के प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण को जब से टिकट मिली हुई थी कांग्रेस यह कह रही थी कि कांग्रेस एक जुट है और जिस दिन नामंकन भरा गया उस दिन कांग्रेस के तमाम नेता एक मंच पर दिखाई दिए लेकीन सुधीर शर्मा मौजूद नही थे । वही एक जुट भले कांग्रेस कह रही हो लेकिन एकजुटता दिखाई नही दी । कांग्रेस के जितने भी नेता मैदान में उतरे हुए थे वो जमीनी स्तर पर काम नही कर पाए और यही कारण है कि कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई।





Body:सुधीर शर्मा का अंतिम मोके पर चुनाव लड़ने को मना करना- 


उपचुनावों को लेकर कांग्रेस से सबसे पहले चर्चा  सुधीर शर्मा के चुनाव लड़ने की थी लेकिन अंतिम समय में उन्होने स्वथ्य करणो का हवाला देकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया और अंतिम समय मे विजय इंद्र करण को चुनावी मैदान में उतार दिया । युवा कांग्रेस से निकले विजय अपनी जनाधार को एकत्रित नही कर सके और यही कारण है कि उनकी इतनी बड़ी हार हुई है। 


सुधीर शर्मा का प्रचार न करना- 


सुधीर शर्मा 2012 से धर्मशाला की राजनीति में कांग्रेस का प्रमुख चहरा थे ओर इस चुनाव में अंतिम मोके पर मना किया और स्वथ्य ठीक न होंने के कारणों का हवाला देकर वो चुनाव प्रचार से भी दूर रहे यही कारण था कि मतगणना से एक दिन पहले विजय इंद्र कर्ण ने सुधीर शर्मा पर बगाबत जैसे सवाल खड़े कर दिए।





Conclusion:राकेश चौधरी का जातिवाद का नारा-


आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने जोरो शोरो से जातिवाद का नारा दिया यही कारण है कि उन्हें चौधरी समुदाय का वोट अधिक प्राप्त हुआ है और कांग्रेस की चौधरी समुदाय पर पकड़ ज्यादा थी लेकिन राकेश चौधरी ने अपनी पकड़ को मजबूत किया और दूसरा स्थान हासिल किया।


वरिष्ठ पत्रकार प्रेम सूद का कहना है कि कांग्रेस का प्रमुख चहरा धर्मशाला में सुधीर शर्मा थे लेकिन इस चुनाव में वह दूर रहे और इसका नुकसान कांग्रेस पार्टी को भारी तरीके से भुगतना पड़ा। प्रेम सूद का कहना है कि कांग्रेस के बड़े नेता जमीन पर नही उतरे और जो यहां मौजूद थे जिनका धर्मशाला में कोई जनाधार नही था यही कारण है कि एकजुटता भी कांग्रेस की काम नही आई और राकेश चौधरी का जातिवाद का नारा उन्हें लाभ दे गया।



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