कांगड़ा: जिला के देहरा उपमंडल के स्वाणा के समाजसेवी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक संजय पराशर और उनकी धर्मपत्नी सोनिका पराशर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक के आग्रह पर जिला प्रशासन को एडीएम रोहित ठाकुर के माध्यम से कोविड-19 से निपटने के लिए 83 लाख रुपये के करीब की दवाइयां, पीपीई किट्स, ऑक्सीमीटर भेंट किए.
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग सहकार्यवाह भूषण और जिला कार्यवाहक अभिषेक भी उपस्थित थे. इस अवसर पर एडीएम रोहित ठाकुर ने संजय पराशर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं भी अपना भरपूर सहयोग जिला प्रशासन को दे रही है और सरकार की तरफ से भी कोविड संक्रमितों के उपचार और उचित देखभाल के लिए सार्थक कदम उठाए गए हैं.
आरएसएस स्वयं सेवकों को अपने सामर्थ्य अनुसार मदद का हमेशा आग्रह करता है
उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से निपटने के लिए प्रशासन, सरकार के साथ साथ आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है. इस अवसर पर स्वयंसेवक संघ के विभाग सह विभाग संघचालक भूषण रैना ने कहा कि कोविड-19 की इस महामारी से निपटने के लिए स्वयं सेवक अलग अलग प्रकल्पों के तहत अपना रचनात्मक सहयोग सुनिश्चित कर रहे हैं और आरएसएस स्वयं सेवकों को अपने सामर्थ्य अनुसार मदद का हमेशा आग्रह करता है.
डिमांड मिलने पर और भी मदद जारी की जाएगी
समाजसेवी एवं स्वयंसेवक संजय पराशर ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आग्रह पर जिला प्रशासन को पहले चरण में 2925 पीपीई किट्स, 800 पल्स ऑक्सीमीटर, 50 हजार विटामिन सी की गोलियां, 25000 जिंक, 25 हजार इवरमेक्टाइन की गोलियां, 2500 हजार डॉक्सीसाइक्लिन के कैप्सूल भेंट किए गए हैं और जिला प्रशासन की ओर से डिमांड मिलने पर और भी मदद जारी की जाएगी.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माध्यम से ऊना जिला प्रशासन के लिए भी एक करोड़ की दवाइयां और आवश्यक चिकित्सा उपकरण शीघ्र ही भेंट किए जाएंगे. इसके लिए विभिन्न दवाई की कंपनियों को आर्डर भेज दिया गया है, जबकि ऊना के पालकवाह कोविड केयर सेंटर के लिए ऑक्सीजन रेगुलेटर और नेब्यूलाइजर भी भेंट किए जाएंगे.
कौन हैं संजय पराशर?
कैप्टन संजय पराशर ने बताया कि जसवां प्रागपुर, देहरा और ज्वालाजी में भी कोविड संक्रमितों के लिए ऑक्सीमीटर सहित अन्य दवाइयों का वितरण भी सुनिश्चित किया गया है. उल्लेखनीय है कि संजय पराशर बीबीएन शिप कंपनी के मालिक भी हैं और नेशनल शिपिंग बोर्ड के सदस्य भी हैं.
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