ज्वालामुखी: योजना आयोग के उपाध्यक्ष एवं ज्वालामुखी से विधायक रमेश ध्वाला ने बीपीएल व अन्त्योदय परिवारों के साथ एपीएल परिवारों के लिए भी संकट के इस समय में खाद्य सामग्री संबंधित किसी विशेष योजना को लागू करके उन्हें राहत पहुंचाने की मांग उठाई है.
ध्वाला ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीपीएल व अन्त्योदय से संबंधित लाखों व करोड़ों लोगों के सरकारी डिपुओं में मिलने वाले राशन में बढ़ोतरी करके जो राहत पहुंचाई है. वह मानवता की मिसाल है. कोरोना काल में अन्त्योदय व बीपीएल परिवारों के अलावा एपीएल परिवारों में भी लाखों वंचित परिवार हिमाचल प्रदेश में हैं. जिन्हें इस समय सहायता की जरूरत है.
इस समय मध्यम वर्ग का यह तबका भी खाद्य सामग्री का अधिकार रखता है. एपीएल से संबंधित हजारों परिवार ऐसे हैं, जिनके घरों से कोई भी सदस्य सरकारी व गैर सरकारी सेवा में नहीं हैं या खेतीबाड़ी या मजदूरी करके इन परिवारों का चूल्हा जलता है. वक्त की अहमियत को देखते हुए भारी संख्या में मौजूद इस मध्यम वर्ग को सरकारी सहायता का मलहम लगाया जाना चाहिए. विपरीत परिस्थितियों में भी एपीएल के तहत आने वाला यह तबका ना तो प्रशासन को राशन के लिए सिफारिश करेगा और ना ही सामने आकर अपना दर्द बयां करेगा.
ध्वाला ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार बीपीएल अन्त्योदय परिवारों को अप्रैल महीने से ही राशन का दोगुना कोटा सरकार ने उपलब्ध करवाया है. दूसरे चरण में इन कार्डधारकों को प्रति सदस्य 5 किलो ग्राम निशुल्क चावल देने की भी सरकार की योजना है.
वे सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हैं. साथ ही मांग करते हैं कि एपीएल परिवारों के सम्बंध में भी सरकार गंभीरता से मंथन करके उन्हें राहत पहुंचाने संबंधी कदम उठाए. ध्वाला ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का सहयोग लेकर सरकार विपदा के इस समय में किसी भी तरह की सरकारी सहायता से वंचित इस वर्ग को तुरंत सहायता पहुंचा सकती है. इस बारे में ध्वाला ने मुख्यमंत्री सहित पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार से फोन पर बात की है, जिस पर मुख्यमंत्री ने इस विषय पर गंभीरता से मंथन करके निर्णय का आश्वासन दिया है.
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