धर्मशाला: ऑल हिमाचल टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशन ने आज अपनी मांगों को लेकर आरटीओ कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. यूनियन के सदस्यों का कहना था कि हिमाचल प्रदेश टूरिज्म क्षेत्र है. पूरे प्रदेश के टैक्सी ऑपरेटर का परिवार टूरिज्म पर ही निर्भर है. पिछले 1 साल से प्रदेश का हर टैक्सी ऑपरेटर कोरोना महामारी के चलते काम बंद होने के कारण मंदी की मार झेल रहा है.
आरटीओ कार्यालय का किया घेराव
यूनियन के सदस्यों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर यूनियन ने विभाग और सरकार को मांग पत्र सौंपा था, लेकिन उनकी मांगों पर कोई भी विचार नहीं किया गया. इसलिए उन्हें आज फिर से मजबूर होकर आरटीओ कार्यालय का घेराव करना पड़ा.
टैक्सी ऑपरेटर ने नए मोटर व्हीक्ल एक्ट के खिलाफ रोष प्रकट किया. टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें पहले ही आसमान छू रही हैं. अब केंद्र सरकार ने नए नियमों में नेशनल परमिट की वैद्यता 12 साल से घटाकर आठ साल कर दी. टैक्स भी करीब 25 हजार बढ़ा दिया है, इसका सभी यूनियन विरोध कर रही हैं.
उग्र आंदोलन और चक्का जाम की चेतावनी
टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशनने केंद्र और प्रदेश सरकार को चेतवानी देते हुए कहा कि जल्द ही उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो प्रदेश भर में उग्र आंदोलन और चक्का जाम किया जाएगा.
पढ़ेंः सफलता के शिखर पर चंबा की शिखा, HAS परीक्षा पास कर बढ़ाया परिवार का मान
पढे़ं- हिमाचल में BJP के सभी निगम और बोर्ड के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के कार्यों की होगी समीक्षा