धर्मशाला: निजी स्कूल के वार्षिक फीस वसूलने को लेकर अभिभावक सोमवार को एक बार फिर उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति के पास पहुंचे. अभिभावकों ने कहा कि उपायुक्त के आश्वासन के बाद भी निजी स्कूल प्रशासन मनमानी कर रहे हैं.
उपायुक्त ने अभिभावकों से सूची तैयार करने को कहा
उपायुक्त ने अभिभावकों से कहा कि सभी अभिभावक एक सूची तैयार करें. इसमें दिहाड़ीदार और सरकारी क्षेत्र के अभिभावकों का ब्यौरा दें. उपायुक्त ने कहा कि जो अभिभावक दिहाड़ी लगाते हैं, उनसे फीस न वसूलने की बात स्कूल प्रशासन के समक्ष रखी जाएगी. उपायुक्त ने कहा कि जो अभिभावक सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, वह स्कूल प्रशासन को फीस अदा करें.
अभिभावकों की बात आधारहीनः प्रिंसिपल
इस मामले पर निजी स्कूल के प्रिंसिपल आरती शर्मा ने स्कूल प्रबंधन से सालाना फीस वसूली के मुद्दे पर अभिभावकों की ओर से किए जा रहे हंगामे को आधारहीन बताया. आरती शर्मा ने कहा कि सरकार के दिशा-निर्देशों और कोर्ट के फैसले के आधार पर ही एनुअल चार्ज की मांग की गई है.
बेवजह हंगामा कर रहे अभिभावक
आरती शर्मा ने कहा कि प्रदेश हाईकोर्ट ने भी माना है कि स्कूल चलाने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है, लेकिन अब फीस न देने के नाम पर बेवजह ही अभिभावक हंगामा खड़ा कर रहे हैं.
हंगामे से नहीं होगा हल
प्रिंसिपल आरती शर्मा ने कहा कि कोरोना के इस दौर में अभिभावकों से सहयोग की आवश्यकता है और मिल बैठकर ही इस मुद्दे को निपटाया जा सकता है. हंगामा किसी चीज का हल नहीं हो सकता.
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