धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं. राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दल अपनी-अपनी चुनावी तैयारियों में जुटे हैं. चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग प्रदेश में नशा तस्करी को लेकर लगातार कार्रवाई कर रहा है लेकिन तमाम राजनीतिक दलों के चुनावी वादों में नशे पर रोक लगाने जैसे मुद्दे गायब हैं. ऐसे में हिमाचल के लोगों में रोष हैं. धर्मशाला के अभिभावकों और युवाओं ने इस पर चिंता जाहिर की है. (drug smuggling in himachal) (drug trade in himachal)
हिमाचल पुलिस द्वारा नशा तस्करों की लगातार धर पकड़ की जा रही है, बावजूद इसके युवा नशे की दलदल में फंसते जा रहे हैं. इतना ही नहीं नशे के कारण कुछ युवा तो अपनी जान गंवा देते हैं. हालांकि, पंजाब के मुकाबले हिमाचल में अभी नशे का कारोबार पूरी तरह से नहीं फैला है, लेकिन इसके मामले बढ़ना लगातार चिंता का विषय बना हुआ है. यह भी कहना गलत नहीं होगा कि हिमाचल मे नशा तस्कर चोर दरवाजे से हिमाचल में प्रवेश कर रहे हैं और हिमाचल के युवाओं को नशे की गिरफ्त में ले रहे हैं. (himachal assembly election 2022)
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अभिभावकों में चिंता: हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे नशे के कारोबार को लेकर यहां के अभिभावक खासे चिंतित हैं. उनका कहना है कि सभी अभिभावक अपने बच्चे की पॉकेट मनी पर भी नजर बनाए रखें, ताकि उनका बच्चा आखिर किस जगह पर पैसे खर्च कर रहा है और किन गतिविधियों में शामिल हो रहा है. वहीं, कुछ युवाओं का कहना है कि युवा अपने आप को जितना व्यस्त रखेंगे, नशे से उतना ही दूर रहेंगे.