बैजनाथ: पपरोला नगर पंचायत द्वारा कूड़े करकट को ठिकाने लगाने के लिए पपरोला के पास बुरली कोठी में प्रस्तावित डंपिंग साइट को लेकर एक बार फिर विरोध के स्वर उठे हैं. नोरी पंचायत के प्रधान विजय कुमार के नेतृत्व में बुरली कोठी, नोरी, बकेहड़ और घरथेड़ा के सैंकड़ो ग्रामीणों ने शुक्रवार को रैली निकालकर विरोद्ध प्रदर्शन किया. रैली के बाद लोगों ने इसके एसडीएम व डी एस पी बैजनाथ के माध्यम से जिला आयुक्त कांगड़ा को ज्ञापन सौंपा.
समस्त ग्रामीणों का कहना है कि जो बुरली कोठी में डंपिंग साइट बनाने के लिए चयनित की गई भूमि गांव की साझी भूमि है, जिस पर पानी के स्रोत, श्मशान घाट व पुश्तैनी मंदिर है. उसे नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला ने गुपचुप तरीके से अपने नाम करवा लिया है.
उनका कहना है कि इस भूमि का कुछ हिस्सा आयुर्वेदिक विभाग को हर्बल गार्डन बनाने के लिए दिया गया था, इसके अलावा गांव वालों की सहमति से 10 से 15 कनाल भूमि पर गौशाला बनाई गई है, जोकि उपमंडल अधिकारी (नागरिक) बैजनाथ की देखरेख में चल रहा है. अब जो भी खाली भूमि बची है, उस पर पुश्तैनी मंदिर, शमशान घाट, पशुओं के लिए चरागाह हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि पांच अगस्त 2020 को नगर पंचायत की अध्यक्षा, अन्य सदस्य, नप सचिव जेसीबी लेकर आए और खुदाई का कार्य शुरू कर दिया. जब लोगों ने इसका विरोध किया, तो सचिव ने बताया कि इस भूमि का लगभग एक हेक्टर हिस्सा नगर पंचायत के नाम हो चुका है. नगर पंचायत इसे डंपिंग साइट के लिए इस्तेमाल करेगी, यदि आप विरोध किए करेंगे तो नगर पंचायत आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई करेगी.
इस भूमि के आसपास आयुर्वेदिक अस्पताल, मंदिर, श्मशान घाट, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, सिविल डिस्पेंसरी, स्पोर्ट्स हॉस्टल और आसपास के कई गांव स्थित है, जो नियमों के अनुरूप नहीं है. उन्होंने कहा कि नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला द्वारा लोगों के हक को नजरअंदाज करके करवाई करने का विरोध करते हैं और प्रशासन से मांग करते हैं कि डंपिंग साइट बनाने के लिए नियमों के अनुसार जगह चिन्हित की जाए जिसके लिए ग्रामीण पूरा सहयोग करेंगे.
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