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लोगों के लिए राहत नहीं आफत बनी सड़क, कीचड़ में चलने को मजबूर ग्रामीण

उपमंडल ज्वालामुखी की जखोटा पंचायत के साशन भरयाल गांव में बनी सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई है. जिससे स्थानीय लोगों को पैदल चलने में दिक्कत आ रही है और आने-जाने वाले लोगों के कपड़े खराब हो रहे हैं. ऐसे में लोगों ने जिला प्रशासन और सरकार से सड़क निर्माण का काम जल्द कराने की मांग उठाई है, ताकि बारिश में उनको परेशानी का सामना न करना पड़े.

Jawalamukhi
ज्वालामुखी
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Published : Jul 12, 2020, 7:09 PM IST

ज्वालामुखी/कांगड़ा: धार्मिक नगरी ज्वालामुखी में सड़क की हालत देखकर सरकार के दावों की पोल खुल गई है. उपमंडल की जखोटा पंचायत के साशन भरयाल गांव के लिए बनी सड़क लोगों के लिए आफत बन गई है.

दरअसल सड़क किनारें नालियां खोदने का काम पंचायत द्वारा किया जा रहा था, जो अभी तक पूरा नहीं किया गया है. जिससे मार्ग कीचड़ में तब्दील हो गया है और लोगों को पैदल चलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

स्थानीय निवासी अमर सिंह ने बताया कि पंचायत द्वारा नालियां खोदने का काम शुरू किया गया था, लेकिन पंचायत ने काम बंद कर दिया है. जिससे चलने योग्य सड़क नहीं है. हालांकि पंचायत ने इस बात से साफ इंकार कर दिया है कि यहां किसी भी तरह का काम रुका हुआ है.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि सड़क पर कीचड़ होने की वजह से बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को हर समय गिरने और कोई अनहोनी का खतरा बना रहता है. साथ ही आने-जाने वाले लोगों के कपड़े भी खराब हो रहे हैं.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये रास्ता गुरुद्वारा साहेब से व्यास नदी की ओर जाता है और यहां खनन माफिया इतना सक्रिय है की रोजाना 100 से ज्यादा ट्रैक्टर इस रास्ते से गुजरते हैं. जिससे सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है.

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और पंचायत द्वारा खनन माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. नतीजतन रास्ते में ट्रैक्टरों की आवाजाही लगातार जारी है. ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मार्ग की सुध लेने और खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने की मांग उठाई है.

स्थानीय लोगों ने बताया कि जब क्षेत्र में बिजली नहीं रहती तो कुएं के पानी का उपयोग किया जाता है, लेकिन अब नालियों का काम पूरा न होने के चलते सड़क पर फैला गंदा पानी कुएं में जा रहा है, जिससे पानी दूषित हो रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात से पहले सड़क का काम पूरा होना चाहिए, ताकि बारिश के मौसम में परेशानी का सामना न करना पड़े.

वहीं, स्थानीय लोगों की माने तो ये रास्ता 10 साल पहले बना था और नालियां बनाने के लिए जेसीबी मशीन से रास्ता खोदा गया था, जिससे मार्ग कीचड़ में बदल गया है. उन्होंने कहा कि कीचड़ भरे रास्ते पर चलना उनकी मजबूरी है, क्योंकि उनके पास इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं है.

पंचायत प्रधान सरिता कुमारी ने बताया कि गांव के कुछ लोगों ने नालियों का काम आगे करने से रोक दिया है, लेकिन पंचायत द्वारा काम छोड़ा नहीं गया है. उन्होंने कहा कि जमीन की निशानदेही होने पर नालियों का काम फिर शुरू कर दिया जाएगा. साथ ही कहा कि इस सड़क के लिए बजट भी नहीं आया है जैसे ही बजट आ जाएगा, वैसे ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: पांवटा साहिब के तीर्थ स्थलों से राम मंदिर निर्माण के लिए भेजा गया जल व मिट्टी

ज्वालामुखी/कांगड़ा: धार्मिक नगरी ज्वालामुखी में सड़क की हालत देखकर सरकार के दावों की पोल खुल गई है. उपमंडल की जखोटा पंचायत के साशन भरयाल गांव के लिए बनी सड़क लोगों के लिए आफत बन गई है.

दरअसल सड़क किनारें नालियां खोदने का काम पंचायत द्वारा किया जा रहा था, जो अभी तक पूरा नहीं किया गया है. जिससे मार्ग कीचड़ में तब्दील हो गया है और लोगों को पैदल चलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

स्थानीय निवासी अमर सिंह ने बताया कि पंचायत द्वारा नालियां खोदने का काम शुरू किया गया था, लेकिन पंचायत ने काम बंद कर दिया है. जिससे चलने योग्य सड़क नहीं है. हालांकि पंचायत ने इस बात से साफ इंकार कर दिया है कि यहां किसी भी तरह का काम रुका हुआ है.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि सड़क पर कीचड़ होने की वजह से बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को हर समय गिरने और कोई अनहोनी का खतरा बना रहता है. साथ ही आने-जाने वाले लोगों के कपड़े भी खराब हो रहे हैं.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये रास्ता गुरुद्वारा साहेब से व्यास नदी की ओर जाता है और यहां खनन माफिया इतना सक्रिय है की रोजाना 100 से ज्यादा ट्रैक्टर इस रास्ते से गुजरते हैं. जिससे सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है.

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और पंचायत द्वारा खनन माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. नतीजतन रास्ते में ट्रैक्टरों की आवाजाही लगातार जारी है. ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मार्ग की सुध लेने और खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने की मांग उठाई है.

स्थानीय लोगों ने बताया कि जब क्षेत्र में बिजली नहीं रहती तो कुएं के पानी का उपयोग किया जाता है, लेकिन अब नालियों का काम पूरा न होने के चलते सड़क पर फैला गंदा पानी कुएं में जा रहा है, जिससे पानी दूषित हो रहा है. उन्होंने कहा कि बरसात से पहले सड़क का काम पूरा होना चाहिए, ताकि बारिश के मौसम में परेशानी का सामना न करना पड़े.

वहीं, स्थानीय लोगों की माने तो ये रास्ता 10 साल पहले बना था और नालियां बनाने के लिए जेसीबी मशीन से रास्ता खोदा गया था, जिससे मार्ग कीचड़ में बदल गया है. उन्होंने कहा कि कीचड़ भरे रास्ते पर चलना उनकी मजबूरी है, क्योंकि उनके पास इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं है.

पंचायत प्रधान सरिता कुमारी ने बताया कि गांव के कुछ लोगों ने नालियों का काम आगे करने से रोक दिया है, लेकिन पंचायत द्वारा काम छोड़ा नहीं गया है. उन्होंने कहा कि जमीन की निशानदेही होने पर नालियों का काम फिर शुरू कर दिया जाएगा. साथ ही कहा कि इस सड़क के लिए बजट भी नहीं आया है जैसे ही बजट आ जाएगा, वैसे ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

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