पालमपुर: सिविल अस्पताल भवारना के साथ-साथ सिविल अस्पताल थुरल में भी अब ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाएगा. यह जानकारी विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरांडा में वैक्सीनेशन का जायजा लेने के उपरांत दी. इस दौरान उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए पीपीई किट, सेनिटाइजर एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट भी किया.
भारत सरकार को भेजा प्रस्ताव
विपिन सिंह परमार ने कहा कि सिविल अस्पताल भवारना के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत कर दिया गया है. सिविल अस्पताल थुरल में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. अस्पतालों में तमाम तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में प्रयास चल रहा है.
प्रदेश में कम हो रहे कोरोना के मामले
विपिन सिंह परमार ने कहा कि कोविड महामारी में संक्रमितों के उपचार के लिए प्रदेश में 6 हजार से अधिक बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ाई गई है. इसके लिए निजी अस्पतालों के अलावा मेक शिफ्ट अस्पताल भी बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार के अथक प्रयासों और प्रदेश की जनता द्वारा सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना से वायरस के मामलों में कमी आई है.
तीसरी लहर के प्रति सजगता की जरूरत
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि संक्रमण कम हुआ है, लेकिन थमा नहीं है. इसलिए सभी को सजग रहने की जरूरत है. प्रदेश में कोरोना की अगर तीसरी लहर आती है तो संक्रमण से निपटने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाते हुए सभी तैयारियां आरम्भ कर सुविधाओं का सृजिन कर लिया है. मरांडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन के निर्माण के लिए शीघ्र जमीन उपलब्ध करवाने के लिए निर्देश विभाग को दे दिए गए हैं.
बंद हुआ मुंडा का कूड़ा संयंत्र
परमार ने कहा कि मरांडा की धौलाधार कॉलोनी, मरांडा और साथ लगते क्षेत्र में कूड़े निष्पादन संयंत्र को लेकर आ रही समस्या का स्थाई समाधान कर दिया गया है. इस कूड़ा संयंत्र को बंद कर अन्य किसी स्थान पर कूड़े का निष्पादन किया जाएगा. इसके लिए संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में यहां कूड़े का एकत्रीकरण और निष्पादन इत्यादि कोई कार्य नहीं होगा.
क्षेत्र में 2 करोड़ 21 लाख रुपए की पेयजल योजना का निर्माण
विपिन सिंह परमार ने कहा कि इन क्षेत्रों में पेयजल सुधार के लिए 2 करोड़ 21 लाख रुपये से पेयजल योजना बनाई जा रही है. इस योजना में 3 ट्यूबवेल और 3 ओवरहेड टैंकों का निर्माण कर लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: हिमाचल पुलिस ईडी की मदद से अवैध फार्मा कंपनियों पर कसेगी शिकंजा