धर्मशाला: बहुचर्चित चक्की पुल को खोलने के लिए नूरपुर भाजपा ने सरकार और प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया है. मंडल भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र सिंह पठानिया ने कहा कि 25 जनवरी तक पुल को नहीं खोला गया तो 26 जनवरी को नूरपुर की जनता के साथ चक्की पुल पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि नूरपुर में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं, नूरपुर अस्पताल रेफरल यूनिट बनकर रह गया है. बता दें कि पंजाब-हिमाचल सीमा पर स्थित चक्की पुल करीब 22 महीने से बंद है.
जितेंद्र पठानिया ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर सत्ता में आई कांग्रेस के शासन में आलम यह है कि नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी और नगर परिषद के ठेकेदारों को काम पूरा करने के बावजूद भुगतान लटका पड़ा है. पठानिया ने कहा कि नूरपुर में 12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मदर चाइल्ड अस्पताल का उद्घाटन नहीं हो पाया है. यही नहीं इस अस्पताल के लिए आई मशीनरी को भी ऊना पहुंचा दिया गया है. पीडब्ल्यूडी में करोड़ों रुपये के बिलों की पेंडेंसी हो गई है. ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन माध्यम से ठेकेदारों को छोटे-छोटे कार्य दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि टेंडर आवंटन में भी भाई-भतीजावाद करते हुए कांग्रेस के लोगों को टेंडर दिए जा रहे हैं.
भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र पठानिया ने कहा कि जसूर बाजार को थोक व्यापारिक केंद्र के रूप में जाना जाता है, जहां फ्लाईओवर का निर्माण होना है, उसे भी नहीं किया जा रहा है, जबकि फोरलेन का कार्य जसूर से आगे और पीछे चल रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि नूरपुर में सॉयल कंजर्वेशन के लिए आई करोड़ों रुपये की राशि को भी ज्वाली और फतेहपुर भेज दिया गया है. जितेंद्र पठानिया ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में नूरपुर से कांग्रेस राज में किए जा रहे भेदभाव के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा.