कांगड़ा: जिला कांगड़ा में बीजेपी में पड़ी फूट अब जग जाहिर होने लगी है. नगरोटा बगवां के विधायक ने अपनी ही पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
नगरोटा के विधायक अरुण मेहरा ने कहा कि पूर्व मंडल अध्यक्ष रहे डॉ. नरेश विरमानी जैसे लोगों की वजह से नगरोटा में 25 वर्ष तक बीजेपी को वनवास झेलना पड़ा है. उन्होंने कहा कि विरमानी जैसे लोग कभी पार्टी के सच्चे हितेषी नही हो सकते. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की वजह से ही नगरोटा के लोग बीजेपी को बाली की जनता पार्टी कह कर पुकारते थे.
अरुण मेहरा ने कहा कि डॉक्टर विरमानी ने उनके ऊपर व्यक्तिगत आरोप लगाए हैं, अगर वह इसके लिए माफी नहीं मांगते हैं तो वह कोर्ट जाने के लिए तैयार रहें. उन्होंने बताया कि बीते दिनों कांगड़ा रेस्ट हाउस में हुई बीजेपी नेताओं की बैठक में उन्होंने कभी भी सांसद किशन कपूर को बागी नहीं कहा. उन्होंने कहा कि अगर सांसद किशन कपूर को इसके लिए बुरा लगा हो तो वह माफी मांगते हैं.
वहीं, उन्होंने पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली की ओर से उठाए सवालों को लेकर कहा कि यह ढाई साल के कार्यकाल को 20 वर्ष के कार्यकाल से तुलना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब से वह विधायक बने हैं तब से वह दिन-रात जनता के लिए काम कर रहे हैं, जबकि जीएस बाली 20 वर्ष तक नगरोटा के विधायक रहे हैं.
बता दें कि जीएस बाली ने कुछ दिन पहले नगरोटा बगवां में राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज में सफाई कर्मियों का मुद्दा उठाया था, जिसके लिए उन्होंने विधायक अरुण मेहरा को जिम्मेदार ठहराया था. वहीं, डॉ. नरेश विरमानी ने भी धर्मशाला के पत्रकार वार्ता कर अरुण मेहरा पर धांधलियों के आरोप लगाए थे.