कांगड़ा: प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिसका अभी तक गठन भी नहीं हुआ है, शुरुआती दौर में ही अपनी छवि खराब कर रही है. यह बात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सुलह विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन सिंह परमार ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही. विधायक विपिन परमार ने कहा कि जनता की मांगों के आधार पर जिन फैसलों को भाजपा सरकार ने लिया था, उसे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बदले की भावना के तहत डीनोटिफाई कर रहे हैं. (Vipin Singh Parmar targeted Sukhu government)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों को 10 झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आई है, लेकिन अब उसने भाजपा सरकार की ओर से जनता की मांग पर उनके हित में लिए गए फैसलों को बदलना शुरू कर दिया है, जोकि सरासर गलत है. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को नसीहत देते हुए कहा कि प्रदेश में सरकार पांच साल के लिए चुनी जाती है, लेकिन वह अप्रैल माह के बाद लिए गए भाजपा सरकार के फैसलों को बदल रही है. (Vipin Singh Parmar targeted congress)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को बने हुए अभी दो सप्ताह भी नहीं हुए हैं, लेकिन सरकार ने 500 से अधिक कार्यालयों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. इन फैसलों को लेने से पहले उन्होंने वित्त विभाग तक से चर्चा नहीं की है. उन्होंने सुक्खू सरकार की ओर से लिए जा रहे इन फैसलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने इन फैसलों को नहीं वापस लिया तो भाजपा, विधानसभा सदन के अंदर और बाहर सब जगह धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी.
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