कांगड़ाः पूर्व मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा द्वारा युवा कांग्रेस पर जारी किए गए बयान पर घमासान मच गया है. युवा कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष मनीष ठाकुर ने सुधीर शर्मा के बयान की निंदा की है और सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
बुधवार को धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान युकां प्रदेश अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने कहा कि पूर्व मंत्री को यह भी याद नहीं कि नियुक्तियां कब हुई हैं. कम से कम वह इस तरह के आरोप लगाने से पहले अपना ज्ञान ही सुधार लेते. मनीष ठाकुर ने बताया कि 1 नवंबर 2018 को प्रदेश स्तर पर यूथ कांग्रेस की कमेटी का गठन किया गया था. उसके बाद से यूथ कांग्रेस में कोई नियुक्ति नहीं हुई है.
मनीष ठाकुर ने बताया कि जब यूथ कांग्रेस की कमेटी बनी थी तो सुधीर शर्मा ने भी पांच नाम इसके लिए दिए थे. इन पांचों लोगों को यूथ कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय टीम में जगह भी दी गई, लेकिन इनमें से सिर्फ दो ही लोगों को जिला कांगड़ा और धर्मशाला यूथ कांग्रेस के लोग पहचानते हैं. वहीं उन्होंने सुधीर शर्मा से पूछा कि क्या उन्होंने इन पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए पैसे लिए थे?
यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि सुधीर शर्मा की अनुशंसा पर ही यूथ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में अक्षित मैनी को चुना गया था, लेकिन हालत यह है कि यूथ कांग्रेस की बैठकों में यह यूथ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ही नदारद रहते हैं. मुनीष ठाकुर ने कहा कि संगठन के नियमानुसार अब यूथ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष को बैठकों में उपस्थित नहीं होने के बारे में कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.
बता दें मीडिया में जारी एक बयान में कांग्रेस के युवा विंग की हालत पर सुधीर शर्मा ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मैजूदा समय में प्रदेश की युवा कांग्रेस दिन प्रतिदिन पिछड़ती चली जा रही है. मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष कांग्रेस नेताओं को विश्वास में लिए बिना नियुक्तियां और कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. जिनके बारे में अधिकतर कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं होती है.