धर्मशाला: जिला कांगड़ा के धर्मशाला के सुक्कड़ में सुबह-सुबह तेंदुए के कड़ाकी में फंसने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही धर्मशाला थाना के एसएचओ राजेश कुमार ने मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभाला व लोगों को तेंदुए से दूर रहने के काम में जुट गए.
करीब 1 घंटे तक वाइल्ड लाइफ की टीम व फारेस्ट विभाग की टीम पहुंची व रेस्क्यू का काम शुरू किया गया. तेंदुए का पैर कड़ाकी में फंसे होने के कारण वो भागने में नाकाम रहा. झाड़ियों के बीच लगाई गई कड़ाकी जो आमतौर पर जंगली जानवर जो खेतों को नुकसान पहुंचाते हैं उनके लिए लगाई जाती है.
पहले गन शॉट के माध्यम से बेहोश किया गया
बता दें कि तेंदुए को पहले गन शॉट के माध्यम से बेहोश किया गया. इस दौरान वाइल्ड लाइफ व फॉरेस्ट विभाग द्वारा पूरी मुशक्कत के साथ तेंदुए को रेस्क्यू करने का काम किया गया. इस दौरान उसका पैर बुरी तरह से जख्मी हो चुका था जिसे उस कड़की से निकालने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी.
उपचार के लिए पालमपुर जू ले जाया गया
विभाग द्वारा तेंदुए को रेस्क्यू करके उसे उपचार के लिए पालमपुर जू ले जाया गया है. आपको बता दें कि इस दौरान शिमला से वाइल्ड लाइफ अधिकारी अनिल, धर्मशाला वाइल्ड लाइफ अधिकारी उपासना पटियाल व अन्य मौजूद रहे.
वहीं, स्थानीय निवासी जसवीर झाकड़ का कहना है कि वे रास्ते से जा रहे थे तभी अचानक उन्हें तेंदुए की आवाज सुनाई दी वे रुक गए वहीं, उन्होंने वहां जाकर देखा तो तेंदुआ फंसा हुआ था. जिसकी जानकारी लोगों को दी व पुलिस प्रशासन को दी. जिसके बाद पुलिस प्रसाशन और वन्य विभाग यहां पर पहुंचा था.