धर्मशाला: गगल हवाई अड्डे के विस्तार को लेकर जिला प्रशासन ने जमीन फाइनल कर ली (Kangra Airport Expansion) है. इसके तहत कांगड़ा और शाहपुर उपमंडल से कुल 41 हेक्टेयर से ज्यादा की भूमि चिन्हित की गई है. इसके अलावा कांगड़ा, शाहपुर और धर्मशाला उपमंडल से लोक निर्माण विभाग ने कुल 339 भवन भी चिन्हित किए हैं. जमीन की बात करें तो अकेले कांगड़ा उपमंडल से कुल 35 हेक्टेयर जमीन दायरे में आई है.
उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल (DC Kangra Nipun Jindal) ने बताया कि कांगड़ा सब डिवीजन से आने वाली जमीन का 23 हेक्टेयर हिस्सा प्राइवेट लैंड है. इसी तरह शाहपुर क्षेत्र से एयरपोर्ट के लिए आने वाली 6.39 हेक्टेयर भूमि का 2.44 हेक्टेयर हिस्सा प्राइवेट लैंड है. सर्किल रेट के हिसाब से प्रभावितों में इस जमीन का 223 करेाड़ रुपए मुआवजा बांटा जाएगा. यह तो रही जमीन की बात, अब भवनों की बात करें, तो एयरपोर्ट के विस्तार में लोक निर्माण विभाग ने 339 कुल भवनों में से सबसे ज्यादा कांगड़ा में चिन्हित किए हैं.
कांगड़ा से कुल 177 भवन एयरपोर्ट के दायरे में आए हैं. दायरे में आने वाले क्षेत्रों में धर्मशाला भी प्रभावित होगा. धर्मशाला के कुल 155 भवन एयरपोर्ट के दायरे में आ रहे हैं. वहीं, शाहपुर से सिर्फ सात भवन दायरे में आए हैं. इन भवन मालिकों में कुल 62 करोड़ रुपए मुआवजा बांटा जाना है. बहरहाल कांगड़ा एयरपोर्ट को लेकर यह अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है.(Expansion of Gaggal Airport in Kangra)(DC Kangra on Expansion of Gaggal Airport).
कम विजिबिलिटी में भी उड़ेंगी फ्लाइट्स: मौजूदा समय में एयरपोर्ट की पट्टी की लंबाई 1,376 मीटर है. इस कारण बड़े विमान टेक ऑफ नहीं कर पाते हैं. अब दो चरणों में एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाएगा. इसके तहत पहले चरण में 1,900 मीटर तक पट्टी का विस्तार होगा. दूसरे चरण में इसे 3,100 मीटर किया जाना है. विस्तार के बाद कम विजिबिलिटी में भी उड़ानें संभव हो पाएंगी.
रनवे पर खर्च होंगे 350 करोड़: एयरपोर्ट (Gaggal Airport in Kangra) के रन वे पर ही 350 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. मांझी खड्ड को कवर करने के लिए सीडब्ल्यूपीआरएस पुणे की टीम ने यहां दौरे भी किए हैं. उन्होंने विभिन्न विभागों से डिटेल ली है. यह डिटेल सरकार को भेजी जाने वाली है. इस कार्य में पर्यटन विभाग का भी अहम रोल है.
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