कांगड़ा: विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में बाहरी राज्यों से दर्शनों को श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रशासन ने सुबह 11:00 बजे तक दर्शनों के लिए खुला रखा. मंदिर अधिकारी बिशन दास ने जहां 11:00 बजे मंदिर के दोनों मुख्य द्वार बंद करवा दिए. वहीं एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा को जैसे ही इसकी सूचना मिली वह स्वयं मौके पर पहुंचे.
बता दें कि इस दौरान उन्होंने दूरदराज से आए श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को दर्शनों के लिए खोल दिया. वहीं, उपायुक्त कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति दोपहर बाद ज्वालाजी में पहुंचे और उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया. दोपहर 3:00 बजे शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए आगामी आदेशों तक बंद कर दिए गए. लोगों से अपील की गई कि वह प्रशासन का सहयोग करें.
कोरोना की गम्भीरता को देखते हुए मंगलवार को एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की. अंकुश शर्मा ने बताया कि हिमाचल सरकार एवं जिला दंडाधिकारी कांगड़ा के निर्देशानुसर कोरोना वायरस की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ज्वाला जी मंदिर को आगामी आदेशों तक बंद रहेगा.
अंकुश शर्मा ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य केवल जनसाधारण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा है. उन्होंने जनता से आह्वान किया कि जानलेवा महामारी को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन का सहयोग करें एवं कहीं भी भीड़ एकत्रित ना करें
इसके साथ ही कोरोना से निपटने के लिए उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को पूर्ण व्यवस्थाएं जुटाने के निर्देश दिए. एसडीएम ज्वालामुखी ने बैठक के बाद उपमंडल के अधिकारियों के साथ बाजार का निरीक्षण किया और दुकानदारों को निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति मास्क एवं सैनिटाईजर अधिक मूल्यों पर ना बेचे. उन्होंने कहा कि अधिक मूल्य पर बेचने वाले व्यक्तियों पर प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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