धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन सदन की कार्रवाई काफी समय तक सुचारू रूप से चलती रही, लेकिन विपक्ष ने सदन में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के सरलीकरण के पारित करने पर विरोध जताया. माकपा के विधायक राकेश सिंघा ने भी इस पर विपक्ष का साथ दिया और सदन से वॉकआउट कर दिया.
वहीं, कांग्रेस के वॉकआउट करने पर उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में जो उद्योग लगे हैं उसे धरातल पर देखा जाए. उन्होंने कहा कि इस बिल में कोई ऐसा कानून नहीं है जिससे हिमाचल के हितों को नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि इस बिल में कोई भी व्यक्ति निवेश करने आता है तो उसे तीन साल के लिए किसी भी एनओसी का प्रवधान नही करना पड़ेगा. उसे सेल्फ सर्टिफिकेट के आधार पर काम करने की अनुमति दी जाएगी.
उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि छोटे उद्योग कोई बाहर से आकर नहीं लगाएगा बल्कि हिमाचल के लोग लगाएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में कितनी संवेदनशील यह अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उद्योग विषय पर चर्चा हो रही और पूर्व उद्योग मंत्री खामोश बैठे रहें.