पालमपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ की जिला स्तरीय बैठक पालमपुर के ठाकुर द्वारा में आयोजित की गई. इस बैठक की अध्यक्षता संघ के राज्य महासचिव संजीव ठाकुर ने की. बैठक में विभिन्न विद्यालयों से आए हुए प्रधानाचार्य, राज्य कार्यकारिणी की ओर से बलवंत राणा और अन्य सदस्यों ने भाग लिया.
बैठक में हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ जिला कांगड़ा के अध्यक्ष राकेश भढ़वाल ने प्रवक्ताओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. इस दौरान मुख्य रूप से भूतपूर्व सैनिकों की वरिष्ठता और प्रवक्ताओं से प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति कोटा 60 प्रतिशत करने पर विशेष जोर दिया गया. प्रवक्ता संघ व शिक्षा विभाग में सामंजस्य की कमी के चलते आए दिन जारी की हुई अधिसूचनाओं को परिवर्तित करने की नौबत आन पड़ रही है.
राज्य व जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने विभाग से आह्वान किया है कि भविष्य में विद्यालयों से संबंधित नीति निर्धारण के समय विद्यालयों व विद्यार्थियों के हित में प्रवक्ता संघ को विश्वास में लिया जाए. बैठक में संघ के विभिन्न सदस्यों ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की कार्यशैली के ऊपर भी चर्चा की.
सदस्यों का मानना है कि बोर्ड के बहुत से कार्य प्रवक्ताओं को करने पड़ते हैं, जिससे विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य बाधित होता है. संघ का मानना है कि एस ओ एस की परीक्षा भी कैमरों के अधीन व नियमित छात्रों के समानांतर हो, अन्यथा इस दोहरे व्यवहार से विद्यालयों में छात्रों की संख्या निरंतर घटती चली जाएगी.
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ के राज्य महासचिव संजीव ठाकुर ने कहा कि संघ मांग करता है कि प्रवक्ताओं के पदोन्नति कोटे में वृद्धि की जाए. साथ ही कर्मचारियों को नया पे स्केल दिया जाए. उन्होंने कहा कि अगर पंजाब देरी करता है तो संघ मांग करता है कि हिमाचल के कर्मचारियों को केंद्र की तर्ज पर पे स्केल मिले.
संजीव ठाकुर ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों की वरिष्ठता सुविधा दी जा रही है, उसे बंद किया जाए. साथ ही जो प्रवक्ता 2010 के बाद कॉन्ट्रैक्ट पर लगे थे जब उनकी 2015 में रेगुलराइजेशन हुई तो उनकी पे स्केल जो है वह 16 हजार 290 से शुरू की जाए.
संजीव ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्रवक्ता संघ सरकार से मांग करता है कि पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल किया जाए और नई पेंशन स्कीम को बंद किया जाए ताकि जो सामाजिक सुरक्षा है वह सेवानिवृत कर्मचारियों को मिल सके. संघ नई पेंशन को बंद करने के और पुरानी पेंशन स्कीम को शुरू करने के पक्ष में है.
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