धर्मशाला: प्रदेश के धर्मशाला में मिनी मणिमहेश से प्रसिद्ध मैक्लोडगंज स्थित डल झील में पवित्र स्नान 23 सितंबर को होगा. दरअसल, पुरानी मान्यताओं के अनुसार, झील में स्नान उपरांत दुर्वेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना से मनोकामना पूरी होती है. यही नहीं जो लोग जिला चंबा के मणिमहेश में स्नान के लिए नहीं जा सकते, वो लोग नडडी स्थित डल झील में स्नान करके पुण्य कमाते हैं. बता दें, पवित्र स्नान के लिए जिला के साथ-साथ प्रदेश के अन्य हिस्सों से भी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. बताया जा रहा है कि सुबह-सुबह स्नान को लेकर कई लोगों ने शाम को ही नड्डी और आसपास के क्षेत्रों में डेरा जमा लिया है.
महिलाओं के लिए अलग टेंट लगाकर की गई व्यवस्था: जानकारी के अनुसार, झील में पवित्र स्नान के दौरान महिलाओं के लिए अलग से टेंट लगाकर व्यवस्था की गई है. वहीं, पवित्र स्नान के चलते लगने वाले वाले मेले में दुकानदारों ने दुकानें सजा ली हैं. पुलिस की मानें तो स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इस तरह की व्यवस्था की गई है. सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ-साथ स्नान के दौरान किसी अनहोनी से बचने के लिए गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम भी तैनात रहेगी. वहीं, मिनी मणिमहेश से प्रसिद्ध मैकलोडगंज के नड्डी स्थित डल झील में होने वाले पवित्र स्नान में इस दौरान उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ पर मेले के मद्देनजर पुलिस ने भी तैयारी कर ली है.
सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की दो रिजर्व फोर्स की तैनाती: दरअसल, पुलिस ने मेले को लेकर ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया है. इस बार झील में पानी अधिक होने के चलते SDRF के साथ ही गोताखोरों की भी तैनाती होगी. यह पहली मर्तबा है की डल झील में स्नान के दौरान गोताखोर भी मौजूद रहेंगे. वहीं, पवित्र स्नान के लिए मैकलोडगंज पुलिस पूरी तरह से तैयार है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था और उन्हें सुचारू यातायात की व्यवस्था की गई है. बता दें कि जो लोग जिला चंबा के मणिमहेश स्थिति डल झील में स्नान के लिए नहीं जा पाए वह लोग मैकलोडगंज के नड्डी स्थित डल झील में स्नान के लिए पहुंचते हैं और स्नान कर पुण्य कमाते हैं.
एसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि पवित्र स्नान को लेकर सिक्योरिटी प्लान तैयार कर लिया गया है. सुरक्षा के लिए दो रिजर्व तैनात रहेंगी. उन्होंने बताया कि ट्रैफिक प्लान इस तरह से तैयार किया गया है कि बाहरी श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को कोई परेशानी ना हो. उन्होंने बताया कि पुलिस जवानों की तैनाती की जा रही है. इस बार झील में पानी काफी मात्रा में है जिसके चलते मेले के दौरान एसडीआरएफ के साथ ही गोताखोर भी तैनात रहेगें.