ETV Bharat / state

धारा 118 पर जारी है बयानबाजी, जीएस बाली ने सोशल मीडिया पर दी अपनी राय - अनुच्छेद 370

पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि पूरा हिमाचल एक स्वर में कह रहा है कि धारा 118 के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. राज्य सरकार को चाहिए कि जनता को भावनाओं को समझे और हिमाचल के हित को ध्यान में रखते हुए ऐसी कोई कोशिश ना करें जिससे कल को पछताना पड़े.

section 118
author img

By

Published : Aug 10, 2019, 5:50 PM IST

Updated : Aug 10, 2019, 7:51 PM IST

धर्मशालाः जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद प्रदेश में धारा 118 को लेकर कई नेता सवाल उठा चुके हैं. इसके अलावा कुछ नेता सदन के अंदर भी प्रदेश में लगी धारा 118 को लेकर बयान दे चुके हैं. जिनमे असदुद्दीन ओवैसी का नाम भी शामिल है.

बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले ही कह चुके हैं कि हिमाचल में धारा 118 से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, लेकिन लगातार बढ़ रही मांगों पर कांग्रेस के नेता रोष जता रहे हैं. इसी कड़ी में पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अपने फेसबुक अकांउट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि पूरा हिमाचल एक स्वर में कह रहा है कि धारा 118 के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. राज्य सरकार को चाहिए कि जनता को भावनाओं को समझे और हिमाचल के हित को ध्यान में रखते हुए ऐसी कोई कोशिश ना करें जिससे कल को पछताना पड़े.

section 118
साभार- जीएस बाली सोशल मीडिया अकांउट

उन्होंने लिखा कि ये सही है कि कुछ अड़चनों और फिजूल की एनओसी के चक्कर में फंसकर निवेशक हतोत्साहित होते हैं, लेकिन इसका मतलब ये हरगिज नहीं है कि आप इस धारा को ही खत्म कर दो.

पूर्व मंत्री ने कहा है कि हम विपक्ष के रूप में चर्चा करने को तैयार हैं कि हिमाचल में निवेश कैसे बढ़ाया जा सकता है. अगर आपको 118 में ही कुछ दिक्कतें नजर आती हैं तो विधानसभा में बात कीजिए, हमारी पार्टी के विधायक चर्चा करेंगे.

section 118
साभार- जीएस बाली सोशल मीडिया अकांउट

उन्होंने लिखा कि आप जनता से सुझाव आमंत्रित कीजिये. आप ऐसा नहीं कर सकते कि प्रदेश को अंधेरे में रखकर चुपके से कोई नियम बदल दें. इस तरह के कामों से जनता का अपने विधायकों से भरोसा उठता है. कानून बनाने का काम और उसमें बदलाव लाने का काम विधानसभा का है.

धर्मशालाः जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद प्रदेश में धारा 118 को लेकर कई नेता सवाल उठा चुके हैं. इसके अलावा कुछ नेता सदन के अंदर भी प्रदेश में लगी धारा 118 को लेकर बयान दे चुके हैं. जिनमे असदुद्दीन ओवैसी का नाम भी शामिल है.

बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले ही कह चुके हैं कि हिमाचल में धारा 118 से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, लेकिन लगातार बढ़ रही मांगों पर कांग्रेस के नेता रोष जता रहे हैं. इसी कड़ी में पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अपने फेसबुक अकांउट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि पूरा हिमाचल एक स्वर में कह रहा है कि धारा 118 के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. राज्य सरकार को चाहिए कि जनता को भावनाओं को समझे और हिमाचल के हित को ध्यान में रखते हुए ऐसी कोई कोशिश ना करें जिससे कल को पछताना पड़े.

section 118
साभार- जीएस बाली सोशल मीडिया अकांउट

उन्होंने लिखा कि ये सही है कि कुछ अड़चनों और फिजूल की एनओसी के चक्कर में फंसकर निवेशक हतोत्साहित होते हैं, लेकिन इसका मतलब ये हरगिज नहीं है कि आप इस धारा को ही खत्म कर दो.

पूर्व मंत्री ने कहा है कि हम विपक्ष के रूप में चर्चा करने को तैयार हैं कि हिमाचल में निवेश कैसे बढ़ाया जा सकता है. अगर आपको 118 में ही कुछ दिक्कतें नजर आती हैं तो विधानसभा में बात कीजिए, हमारी पार्टी के विधायक चर्चा करेंगे.

section 118
साभार- जीएस बाली सोशल मीडिया अकांउट

उन्होंने लिखा कि आप जनता से सुझाव आमंत्रित कीजिये. आप ऐसा नहीं कर सकते कि प्रदेश को अंधेरे में रखकर चुपके से कोई नियम बदल दें. इस तरह के कामों से जनता का अपने विधायकों से भरोसा उठता है. कानून बनाने का काम और उसमें बदलाव लाने का काम विधानसभा का है.

Intro:धर्मशाला- जम्मू कश्मीर में हटाई गई धारा 370 के बाद प्रदेश में धारा 118 को लेकर केई नेता सवाल उठा रहे है तो वही कुछ नेता सदन के अंदर भी प्रदेश में लगी धारा 118 को लेकर बोल चुके है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है की हिमाचल में धारा 118 से कोई छेड़छाड़ नहीं होगी। लेकिन लगातार बढ़ रही मांगों पर कांग्रेस के नेता रोष जता रहे हैं।
Body:बता दे कि पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अपने फेसबुक अकांउट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि पूरा हिमाचल एक स्वर में कह रहा है कि धारा 118 के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। राज्य सरकार को चाहिए कि जनता को भावनाओं को समझे और हिमाचल के हित को ध्यान में रखते हुए ऐसी कोई कोशिश ना करें जिससे कल को पछताना पड़े। यह सही है कि कुछ अड़चनों और फिजूल की एनओसी के चक्कर में फंसकर निवेशक हतोत्साहित होते हैं। लेकिन इसका मतलब यह हरगिज नहीं है कि आप इस धारा को ही खत्म कर दो।



Conclusion:पूर्व मंत्री ने कहा है कि हम विपक्ष के रूप में चर्चा करने को तैयार हैं कि हिमाचल में निवेश कैसे बढ़ाया जा सकता है। अगर आपको 118 में ही कुछ दिक्कतें नजर आती हैं तो विधानसभा में बात कीजिए, हमारी पार्टी के विधायक चर्चा करेंगे। आप जनता से सुझाव आमंत्रित कीजिये। आप ऐसा नहीं कर सकते कि प्रदेश को अंधेरे में रखकर चुपके से कोई नियम बदल दें। इस तरह के कामों से जनता का अपने विधायकों से भरोसा उठता है। कानून बनाने का काम और उसमें बदलाव लाने का काम विधानसभा का है। खासकर जो कानून हिमाचल का आधार हैं, उनसे तो आपको मनमर्जी नहीं करने दी जाएगी। ये राजनीति का नहीं हमारी भावनाओं का मुद्दा है।
Last Updated : Aug 10, 2019, 7:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.