धर्मशाला: पैराग्लाइडिंग के लिए हिमाचल की बीड़ बिलिंग घाटी विश्व प्रसिद्ध है. यहां हर साल देश-विदेश से लोग पैराग्लाइडिंग के लिए आते हैं. वहीं, गुरुवार को ऑस्ट्रिया से आए फेबीयन रीनर ने बिलिंग से पैराग्लाइडिंग के लिए उड़ान भरी, लेकिन वे दुर्घटना के शिकार हो गए. हादसे में उनके रीढ़ की हड्डी में चोट लगी है. सूचना पर रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ टीम वीरवार रात ही रवाना हो गई थी, लेकिन रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की वजह से उसे लाया नहीं जा सका. अब टीम घायल पैराग्लाइडर को एयरलिफ्ट करने पर विचार कर रही है.
शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि बीड़ और बैजनाथ के बीच के एरिया में ही फ्री फ्लायर के ढांक पर फंसे होने की सूचना है, जिसे एसडीआरएफ की टीम द्वारा लोकेट कर लिया गया है. रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण फ्री फ्लायर को पैदल चलते हुए लाना मुश्किल होगा, क्योंकि उससे और नुकसान हो सकता है. ऐसे में उन्हें एयर लिफ्ट करने की योजना है. एनडीआरएफ की टीम ने हेलीकॉप्टर का इंतजाम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से किया है, जिसका इंतजार किया जा रहा है.
एसपी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में फ्री फ्लायर के उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले एसोसिएशन से संबंधित नहीं पाए गए हैं. जो भी फ्री फ्लायर हैं, वे ट्रेंड हैं और पैराग्लाइडिंग गतिविधियों में विश्व भर में सक्रिय रहते हैं. ये लोग साहसिक पर्यटन के शौकीन हैं.
एक इंस्टीट्यूट पर दर्ज किया गया मामला: एसपी शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि सबसे पहले एक ट्रेनी पायलट की मौत हुई थी, जिसमें लापरवाही के चलते ट्रेनिंग अथॉरिटी के खिलाफ जो इंस्टीट्यूट के माध्यम ट्रेनिंग करवा रही थी, उनके खिलाफ मामला दर्ज करके कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. तीन फ्री फ्लायर की मौत हुई है, जिन्हें किसी भी एसोसिएशन से रजिस्टर्ड नहीं पाया गया है.
मौसम अनुरूप पैराग्लाइडिंग की सलाह: एसपी ने कहा कि जिला पुलिस, स्थानीय एसोसिएशन और लोगों को यही सलाह दे रही है कि मौसम को देखते हुए ही पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को करवाएं. एडवेंचर स्पोटर्स में नेचुरल चैलेंज हैं, विंड, वेदर और क्लाउड कंडीशन रहती है. जो प्रोफेशनल पायलटस हैं, उन्हें सुरक्षा मानकों और मौसम को देखते हुए फ्लाइंग की सलाह दी जा रही है.
ये भी पढ़ें: Paragliding: बीड़ बिलिंग से उड़ान भरने के बाद लापता हुआ पोलैंड का पायलट, बेटी ने सोशल मीडिया पर लगाई मदद की गुहार