कागड़ा: जिला की तहसील फतेहपुर में एक मछुआरे की पौंग झील में डूबने से मौत हो गई. मृतक का शव एक दिन बाद झील से बरामद किया गया.
मछुआरा बीते शुक्रवार को पौंग झील में मछली पकड़ने गया था, लेकिन नाव डगमगाने के कारण मछुआरा पानी मे डूब गया. मछुआरे को निकालने के लिए पुलिस ने बीते शुक्रवार को कड़ी मशक्कत की, लेकिन पुलिस को मछुआरे को निकालने में कामयाबी नहीं मिली. वहीं, शनिवार सुबह स्थानीय लोगों ने पानी में एक शव देखने के बाद इसकी जानकारी पंचायत प्रधान और प्रशासन को दी.
इसके बाद शव की शिनाख्त शुक्रवार को पौंग झील में डूबे मछुआरे के रूप में की गई. बताया जा रहा है कि जगनोली निवासी रमेश अपने सहयोगी के साथ पौंग झील में मछली पकड़ने गया था. इस दौरान जाल बिछाते हुए उसकी नाव डगमगाने से वो झील में गिर गया.
रमेश के सहयोगी ने नाव को संभालते हुए किनारे तक पहुंचाकर घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन और पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस की टीम शुक्रवार देर शाम तक रमेश का शव तलाशने में जुटी रही, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. वहीं, शनिवार सुबह रमेश का शव पानी में तैरता हुआ मिला.
थाना प्रभारी फतेहपुर सुरेश शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शुक्रवार को अंधेरा होने तक मछुआरे की खोजबीन की गई थी, लेकिन पुलिस की टीम मछुआरे को खोजने में कामयाब नहीं हुई. उन्होंने बताया कि शनिवार को खोजबीन के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया था, लेकिन इससे पहले ही शव की जानकारी मिल गई. उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
बता दें कि लॉकडाउन के बीच शुक्रवार को ही मत्स्य सोसाइटी को मछली पकड़ने की मंजूरी मिली थी. इसी के चलते कई मछुआरों ने शुक्रवार को पौंग झील में जाल बिछाने का काम शुरू किया था.