धर्मशाला: कोरोना वायरस के चलते देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट जारी हुआ है. वहीं, कांगड़ा में वर्ष 2020 में स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया है. मरीज नगरोटा बगवां का रहने वाला है और टांडा मेडिकल कॉलेज में मरीज का उपचार किया जा रहा है.
स्वाइन फ्लू के एक और संदिग्ध मरीज को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. हालांकि मरीज की टैस्ट रिपोर्ट आनी बाकी है. वहीं, कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में एक अलग आइसोलेशन वॉर्ड तैयार किया जाएगा.
इससे पहले मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त मरीजों के लिए ही आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था थी, लेकिन स्वाइन फ्लू और कोरोना दोनों रोगों के संभावित मरीजों को अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड में रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.
हिमाचल प्रदेश में विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अभी तक 4 स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं. इसमें जिला कांगड़ा में नगरोटा बगवां ब्लॉक से संबंध रखने वाले व्यक्ति में फ्लू की पुष्टि हुई है. इसके अलावा शिमला में 2 और मंडी में 1 मरीज में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त पाया गया है. वहीं, पिछले वर्ष 2019 में जिला कांगड़ा में 80 से अधिक मरीजों में स्वाइन फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी. इनमें से 14 मरीजों ने बीमारी के चलते अपनी जान गंवाई थी.
वहीं, सीएमओ कांगड़ा डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां ब्लॉक के एक व्यक्ति में स्वाइन फ्लू रोग की पुष्टि हुई है. मरीज का उपचार किया जा रहा है और बीमारी से संबंधित सभी दवाइयां स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध हैं.