ETV Bharat / state

कांगड़ा में स्वाइन फ्लू का मामला आया सामने, टांडा मेडिकल कॉलेज में चल रहा इलाज

कांगड़ा जिला में वर्ष 2020 का पहला स्वाइन फ्लू का मामला सामने आया है. मरीज की टैस्ट रिपोर्ट में बीमारी की पुष्टि नहीं हो पाई है. डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए एक अलग आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जाएगा.

First swine flu case of 2020
कांगड़ा में 2020 का पहला स्वाइन फ्लू का मामला आया सामने.
author img

By

Published : Jan 31, 2020, 10:57 AM IST

धर्मशाला: कोरोना वायरस के चलते देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट जारी हुआ है. वहीं, कांगड़ा में वर्ष 2020 में स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया है. मरीज नगरोटा बगवां का रहने वाला है और टांडा मेडिकल कॉलेज में मरीज का उपचार किया जा रहा है.

स्वाइन फ्लू के एक और संदिग्ध मरीज को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. हालांकि मरीज की टैस्ट रिपोर्ट आनी बाकी है. वहीं, कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में एक अलग आइसोलेशन वॉर्ड तैयार किया जाएगा.

इससे पहले मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त मरीजों के लिए ही आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था थी, लेकिन स्वाइन फ्लू और कोरोना दोनों रोगों के संभावित मरीजों को अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड में रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

हिमाचल प्रदेश में विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अभी तक 4 स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं. इसमें जिला कांगड़ा में नगरोटा बगवां ब्लॉक से संबंध रखने वाले व्यक्ति में फ्लू की पुष्टि हुई है. इसके अलावा शिमला में 2 और मंडी में 1 मरीज में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त पाया गया है. वहीं, पिछले वर्ष 2019 में जिला कांगड़ा में 80 से अधिक मरीजों में स्वाइन फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी. इनमें से 14 मरीजों ने बीमारी के चलते अपनी जान गंवाई थी.

वहीं, सीएमओ कांगड़ा डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां ब्लॉक के एक व्यक्ति में स्वाइन फ्लू रोग की पुष्टि हुई है. मरीज का उपचार किया जा रहा है और बीमारी से संबंधित सभी दवाइयां स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध हैं.

धर्मशाला: कोरोना वायरस के चलते देश के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट जारी हुआ है. वहीं, कांगड़ा में वर्ष 2020 में स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया है. मरीज नगरोटा बगवां का रहने वाला है और टांडा मेडिकल कॉलेज में मरीज का उपचार किया जा रहा है.

स्वाइन फ्लू के एक और संदिग्ध मरीज को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. हालांकि मरीज की टैस्ट रिपोर्ट आनी बाकी है. वहीं, कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में एक अलग आइसोलेशन वॉर्ड तैयार किया जाएगा.

इससे पहले मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त मरीजों के लिए ही आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था थी, लेकिन स्वाइन फ्लू और कोरोना दोनों रोगों के संभावित मरीजों को अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड में रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

हिमाचल प्रदेश में विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अभी तक 4 स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं. इसमें जिला कांगड़ा में नगरोटा बगवां ब्लॉक से संबंध रखने वाले व्यक्ति में फ्लू की पुष्टि हुई है. इसके अलावा शिमला में 2 और मंडी में 1 मरीज में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त पाया गया है. वहीं, पिछले वर्ष 2019 में जिला कांगड़ा में 80 से अधिक मरीजों में स्वाइन फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी. इनमें से 14 मरीजों ने बीमारी के चलते अपनी जान गंवाई थी.

वहीं, सीएमओ कांगड़ा डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां ब्लॉक के एक व्यक्ति में स्वाइन फ्लू रोग की पुष्टि हुई है. मरीज का उपचार किया जा रहा है और बीमारी से संबंधित सभी दवाइयां स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध हैं.

Intro:धर्मशाला- कोरोना वायरस के चलते पूरे प्रदेश में अलर्ट की स्थिति स्वस्थ्य विभाग ने बनाई हुई है। वही  कांगड़ा जिला में इस वर्ष का पहला स्वाइन फ्लू का मामला सामने आया है। मरीज नगरोटा बगवां से संबंध रखने वाला है।  मरीज का उपचार किया जा रहा है। वहीं टांडा अस्पताल में एक मरीज में स्वाइन फ्लू रोग के संभावित लक्षण सामने आए हैं, हालांकि मरीज की टैस्ट रिपोर्ट में बीमारी की पुष्टि नहीं हो पाई है। कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में एक अलग आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जाएगा। अभी तक स्वाइन फ्लू से ग्रस्त मरीजों के लिए ही आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था थी लेकिन अब इन दोनों रोगों के संभावित मरीजों को अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड में रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।



Body:वही जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में विभागीय आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अभी तक 4 स्वाइन फ्लू के मामले सामने आए हैं। इसमें जिला कांगड़ा में नगरोटा बगवां ब्लॉक से संबंध रखने वाले व्यक्ति में इसकी पुष्टि हुई है। इसके अलावा शिमला में 2 तथा मंडी में 1 मरीज में इसकी पुष्टि हुई है। पिछले वर्ष 2019 में स्वाइन फ्लू रोग से जिला कांगड़ा में 80 से अधिक मरीजों में स्वाइन फ्लू वायरस की पुष्टि हुई थी। इनमें से 14 मरीजों ने इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवाई थी।




Conclusion:वही सीएमओ कांगड़ा डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां ब्लॉक के एक व्यक्ति में स्वाइन फ्लू रोग की पुष्टि हुई है। मरीज का उपचार किया जा रहा है तथा बीमारी से संबंधित सभी दवाइयां स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध हैं। 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.