कांगड़ा: लंबे वक्त से विवादों में चल रहा कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तारीकरण अगर अब सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही सुचारू हो जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग भी अब उत्साहित नजर आ रहा है. दरअसल विभागों का ये उत्साह हाल ही में कांगड़ा में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिये पुणे से सीडब्लूपीआरएस की टीमों द्वारा किए गए दौरे के बाद देखी जा रही है. (kangra airport expansion) (kangra airport himachal pradesh)
वैज्ञानिकों ने किया एयरपोर्ट का दौरा: जानकारी के मुताबिक पुणे के सीडब्लूपीआरएस संस्थान के तीन वैज्ञानिकों ने कांगड़ा में आकर एयरपोर्ट और इसके आसपास के तमाम क्षेत्रों का दौरा किया है. जहां एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की बात कही जा रही है, इस बीच वैज्ञानिकों ने एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की प्रबल संभावनाएं भी जाहिर की है. साथ ही निर्माण कार्य में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले संबंधित विभागों से तुरंत परियोजना की रिपोर्ट तैयार करके उन्हें सौंपने के भी दिशा-निर्देश देते हुए वापसी कर ली है. (CWPRS team visited Kangra Airport)
दो चरणों में होगा एयरपोर्ट का विस्तार: हालांकि इन सबके बीच जहां कांगड़ा के लोगों का पुनर्वासन जिला प्रशासन के सामने बड़ी समस्या है वहीं, एयरपोर्ट विस्तारीकरण के बीच पड़ने वाली माझी, सराह खड्ड और इनके सहायक नाले भी चुनौती के तौर पर देखे जा रहे थे. बावजूद इसके पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विनय धीमान की मानें तो सीडब्लूपीआरएस के विशेषज्ञों की टीम ने कांगड़ा में आकर इन सब चुनौतियों पर विराम लगा दिया है और अब दो चरणों में एयरपोर्ट का विस्तार होगा जिसमें कोई भी बाधा अवरोधक नहीं बनेगी. पहले फेज में 19 सौ मीटर तक की लंबाई पर काम होगा फिर दूसरे चरण में 3110 मीटर तक एयरपोर्ट का विस्तार होगा. (First phase of Kangra airport expansion) (Kangra airport will be expanded in two phases)
विभागों को रिपोर्ट बनाने के आदेश: विनय धीमान ने कहा कि टीम ने एयरपोर्ट के खड्ड वाले क्षेत्र में जाकर करीब 23 किलोमीटर तक निरीक्षण किया है और पाया है कि इसका तटीकरण करके आईपीएच विभाग भरपूर लाभ उठा सकता है, जिसके लिए आईपीएच विभाग को रिपोर्ट तैयार करने के दिशा निर्देश दिए हैं. तो वहीं, माझी खड्ड पर बनने वाले पुल पर पीडब्लूडी काम करेगा, इसके लिए पीडब्लूडी विभाग को भी रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. (Airports in Himachal Pradesh)
एयरपोर्ट के विस्तार से पर्यटन को लगेगे पंख: विनय धीमान की मानें तो वैज्ञानिक इस क्षेत्र का निरीक्षण करके ये संभावना जाहिर करके गए हैं कि यहां हर लिहाज से एयरपोर्ट का विस्तारीकरण हो सकता है. अब ऐसे में संबंधित विभाग जल्द ही रिपोर्ट तैयार करके सीडब्लूपीआरएस को सौंप देंगे और उसके बाद कांगड़ा के एयरपोर्ट का विस्तार शुरू हो जाएगा. विनय धीमान ने कहा कि पहले फेज में होने वाले विस्तार के बाद ही एटीआर-72 अपनी फुल कैपेसिटी के साथ उतर पाएगा, जिससे किराया भी सस्ता होगा और सैलानियों की आमद भी बढ़ेगी. वहीं, अगर दूसरे चरण का भी काम मुकम्मल हुआ तो फिर कांगड़ा में पर्यटन कारोबार में एकदम से बूम आएगा, इसमें कोई दो राय नहीं.
ये भी पढ़ें: गिर जाएगी रिवोली थियेटर की इमारत, फिल्म दीवानों के लिए युग का अंत