कांगड़ा: हिमाचल-पंजाब की सीमा पर हो रहे अवैध खनन और नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए इंदौरा और नूरपुर के साथ लगती दोनों राज्यों की सीमा पर तारबंदी की जाएगी. ये निर्णय शनिवार को डीसी कांगड़ा और डीसी पठानकोट के बीच हुई बैठक में लिया गया.
बैठक में नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया सहित एसडीएम नूरपुर, एसडीएम पठानकोट सहित दोनों राज्यों के तहसीलदार मौजूद थे. बैठक में निर्णय लिया गया की आगामी 10 दिनों में पूरी बेल्ट की निशानदेही कर तारबन्दी का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा.
वहीं, सीमा पर सोलर लाइट भी लगवाई जाएगी, जिससे अवैध खनन पर रोक लगाई जा सके. इस दौरान प्रदेश की सीमा पर बढ़ रहे नशे के कारोबार को लेकर भी दोनों राज्यों के बीच चर्चा हुई. सीमावर्ती इलाकों में दस दिन तक चलने वाले इस अभियान में नशा तस्करों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने बताया कि दोनों राज्यों की सीमा का विवाद सुलझा लिया गया है. आगामी 10 दिनों में सीमा पर तारबंदी करने के साथ सोलर लाइट लगाई जाएगी. वहीं, इस दौरान प्रशासन सहित पुलिस भी मौजूद रहेगी. उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन को बचाने का जो वायदा उन्होंने किया था उस पर तत्परता से काम कर रहे हैं और किसी भी सूरत में नशाखोरी अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.