पालमपुर: पूर्व विधायक प्रवीण कुमार ने आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र के स्थाई भवन को लेकर प्रतिक्रिया दी है. प्रवीण कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायत पढियारखर के अधीन नीलकंठ महादेव मन्दिर के भवन में चल रहे आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए स्थाई भवन का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए काफी समय पहले ही भूमि दान के रूप में मिली है. लेकिन अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है.
विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली
पूर्व विधायक ने बताया कि प्राप्त जानकारी के मुताबिक जयराम सरकार ने बजट में धन का प्रावधान भी कर दिया है. बावजूद इसके विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली के चलते सरकार को जितने मुंह उतनी बातें सुननी पड़ रही है. पूर्व विधायक ने उदाहरण देते हुए कहा कि बतौर विधायक उनके कार्यकाल में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र वड़सर, भगोटला, कंडी व खलेठ के भवनों के निर्माण हेतु धन का प्रावधान कर दिया गया था, लेकिन वड़सर व कंडी में अड़चन होने के कारण उस वक्त काम शुरू नहीं हो सका था.
कछुए की चाल से चल रहा निर्माण कार्य
बाद में ग्राम पंचायत वड़सर की लगातार तीन बार प्रधान रहीं किरण भट्ट के अथक प्रयासों से बहुत बढ़िया भवन बनकर तैयार हो गया है. जिसमें विभाग ने काम भी करना शुरू कर दिया है, जबकि कंडी आयुर्वेदिक भवन का निर्माण कार्य तो कछुए की चाल चल रहा है. उन्होंने कहा कि उस वक्त भगोटला व खलेठ में भी दान की गई भूमि के ऊपर आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र भवनों का निर्माण जिस विभागीय एजेंसी ने करना था, उसकी धीमी गति के चलते इन दोनों भवनों का निर्माण कार्य बीएसएनल के कंस्ट्रक्शन विंग को सौंपा गया. जिन्होंने 10 महीने के भीतर भीतर दोनों भवनों का लोकार्पण करवाकर उदाहरण पेश किया था.
निर्धारित समय अवधि के भीतर हो भवन का लोकार्पण
पूर्व विधायक ने कहा कि सरसावा में भवन के निर्माण कार्य में विभाग को किसी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी आ रही है तो अविलंब अवगत करवाएं, ताकि एक निर्धारित समय अवधि के भीतर इस भवन का निर्माण कार्य पूरा हो सके.
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