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हिमाचल में बर्ड फ्लू: पौंग डैम में 2,636 पहुंचा प्रवासी पक्षियों का मौत का आंकड़ा

पौंग डैम जलाशय में दो सदस्यीय टीम ने मंगलवार को डैम के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया. पौंग डैम जलाशय में प्रवासी पक्षियों की मौत का कारण पता लगाने के लिए अब वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून की टीम पौंग में अध्ययन कर रही है. इससे इंसानों की मौत तक हो सकती है.

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Published : Jan 5, 2021, 9:28 PM IST

Updated : Jan 6, 2021, 8:35 AM IST

Death toll of migratory birds reached 2636 in Pong Dam
पौंग डैम में 2636 पर पहुंचा प्रवासी पक्षियों का मौत का आंक

धर्मशाला: पौंग डैम जलाशय में प्रवासी पक्षियों की मौत का कारण पता लगाने के लिए अब वाइल्ड लाइफ इंस्टीटयूट देहरादून की टीम पौंग में अध्ययन कर रही है. दो सदस्यीय टीम ने मंगलवार को डैम के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया. मंगलवार को 326 प्रवासी की मौत के बाद पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 2636 तक पहुंच गया है.

पौंग में विशेष दल करेगी वायरस का अध्ययन

प्रवासी पक्षी की मौत का पहला मामला रिपोर्ट होने पर वन्य प्राणी विभाग ने उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया था. मामला मंत्रालय में पहुंचने पर अब मंत्रालय ने वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून की टीम को पौंग डैम भेजा है. पौंग डैम पहुंचे विशेषज्ञ दल इस वायरस का अध्ययन करेंगे. साथ ही प्रवासी पक्षियों की मौतों के कारण का भी पता लगाएंगे.

वीडियो

28 दिसंबर के हुई थी पहली मौत

धर्मशाला वाइल्ड लाइफ की सीसीएफ उपासना पटियाल के अनुसार पौंग बांध जलाशय में प्रवासी पक्षियों की मौत का पहला मामला 28 दिसंबर को रिपोर्ट हुआ था. प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा 2 हजार 636 पर जा पहुंचा है. 4 जनवरी को 627 और 5 जनवरी को 336 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है.

2015 के एक्शन प्लान को अपना रहा विभाग

यह देखते हुए पशुपालन विभाग के साल 2015 के एक्शन प्लान को अपनाया जा रहा है. इसके तहत मृत पक्षियों को दफनाया जा रहा है. इससे फ्लू स्प्रैड नहीं होगा और अन्य पक्षी भी इससे प्रभावित नहीं होंगे. उपासना पटियाल ने कहा कि जिन भी पक्षियों की मौत हुई है, उन्हें उसी इलाके में एक विशेष जगह पर गड्ढा करके दबाया जा रहा है. ताकि इससे दूसरे पशु और पक्षी प्रभावित न हों.

वायरस से हड़कंप

कांगड़ा में नए बर्ड फ्लू वायरस से हड़कंप मचास हुआ है. पौंग झील में मरे विदेशी परिंदों में नए वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (एच5एन1) के लक्षण पाए गए हैं. जो पहले के बर्ड फ्लू में पाए जाने वाले एच1एन1 की तुलना में काफी घातक बताए जा रहे हैं.

इंसानों के लिए भी घातक वायरस

इस नए वायरस का असर जहां पक्षियों पर होता है. वहीं, दूसरे जानवरों के साथ-साथ यह वायरस इंसानों के लिए भी घातक है. इससे इंसानों की मौत तक हो सकती है.

ये भी पढ़ेंः हिमाचल में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद वन विभाग ने पड़ोसी राज्यों को भेजा अलर्ट

धर्मशाला: पौंग डैम जलाशय में प्रवासी पक्षियों की मौत का कारण पता लगाने के लिए अब वाइल्ड लाइफ इंस्टीटयूट देहरादून की टीम पौंग में अध्ययन कर रही है. दो सदस्यीय टीम ने मंगलवार को डैम के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया. मंगलवार को 326 प्रवासी की मौत के बाद पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 2636 तक पहुंच गया है.

पौंग में विशेष दल करेगी वायरस का अध्ययन

प्रवासी पक्षी की मौत का पहला मामला रिपोर्ट होने पर वन्य प्राणी विभाग ने उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया था. मामला मंत्रालय में पहुंचने पर अब मंत्रालय ने वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून की टीम को पौंग डैम भेजा है. पौंग डैम पहुंचे विशेषज्ञ दल इस वायरस का अध्ययन करेंगे. साथ ही प्रवासी पक्षियों की मौतों के कारण का भी पता लगाएंगे.

वीडियो

28 दिसंबर के हुई थी पहली मौत

धर्मशाला वाइल्ड लाइफ की सीसीएफ उपासना पटियाल के अनुसार पौंग बांध जलाशय में प्रवासी पक्षियों की मौत का पहला मामला 28 दिसंबर को रिपोर्ट हुआ था. प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा 2 हजार 636 पर जा पहुंचा है. 4 जनवरी को 627 और 5 जनवरी को 336 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है.

2015 के एक्शन प्लान को अपना रहा विभाग

यह देखते हुए पशुपालन विभाग के साल 2015 के एक्शन प्लान को अपनाया जा रहा है. इसके तहत मृत पक्षियों को दफनाया जा रहा है. इससे फ्लू स्प्रैड नहीं होगा और अन्य पक्षी भी इससे प्रभावित नहीं होंगे. उपासना पटियाल ने कहा कि जिन भी पक्षियों की मौत हुई है, उन्हें उसी इलाके में एक विशेष जगह पर गड्ढा करके दबाया जा रहा है. ताकि इससे दूसरे पशु और पक्षी प्रभावित न हों.

वायरस से हड़कंप

कांगड़ा में नए बर्ड फ्लू वायरस से हड़कंप मचास हुआ है. पौंग झील में मरे विदेशी परिंदों में नए वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (एच5एन1) के लक्षण पाए गए हैं. जो पहले के बर्ड फ्लू में पाए जाने वाले एच1एन1 की तुलना में काफी घातक बताए जा रहे हैं.

इंसानों के लिए भी घातक वायरस

इस नए वायरस का असर जहां पक्षियों पर होता है. वहीं, दूसरे जानवरों के साथ-साथ यह वायरस इंसानों के लिए भी घातक है. इससे इंसानों की मौत तक हो सकती है.

ये भी पढ़ेंः हिमाचल में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद वन विभाग ने पड़ोसी राज्यों को भेजा अलर्ट

Last Updated : Jan 6, 2021, 8:35 AM IST
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