बैजनाथः पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग घाटी से जनवरी में लापता हुए पैराग्लाइडिंग पायलट का शव रविवार को दोपहर बाद राजकीय नागरिक चिकित्सालय बैजनाथ में पहुंच गया है.
ग्लाइडर और अन्य सामान से की पहचान
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस शव को लाने के लिए पुलिस के 2 जवान हेड कॉन्स्टेबल पवन कुमार, गुरबचन सिंह और मृतक के कुछ मित्र और बीड़ से रेस्क्यू दल के लोग गए हुए थे जो आज दोपहर बाद शव लेकर बैजनाथ पहुंचे. शव बुरी तरह से सड़ गल चुका है और उसे मात्र एक बैग में ही लाया जा सका है. शव के साथ मृतक पायलट का ग्लाइडर और अन्य सामान भी मिला है, जिससे लगभग यह तय है कि यह शव मृतक रोहित भदोरिया का ही है.
हालांकि अभी तक पुलिस या प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है और यह कहा जा रहा है कि मृतक की पत्नी के द्वारा ही कपड़ों से उसकी पुष्टि किए जाने के बाद आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि की जा सकती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक के भाई ने मृतक के कपड़ों से शव की पुष्टि कर दी है.
शव करवाया जा रहा पोस्टमार्टम
डीएसपी बैजनाथ बीडी भाटिया ने बताया कि शव पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और उसके बाद अगर यह शिनाख्त हो जाती है तो यह शव मृतक के परिजनों को सौंपा जाएगा.
ये था मामला
उल्लेखनीय है कि 153 दिन पहले 8 जनवरी को रोहित भदोरिया ने बिलिंग से उड़ान भरी थी और शाम को वापस नहीं आ पाए थे. 9 जनवरी को ही उनके परिजनों ने व्यापक स्तर पर छानबीन अभियान चलाया था और 9 जनवरी को ही हेलीकॉप्टर से भी उनकी तलाश करने की कोशिश की गई थी. मगर पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया था और उन दिनों बर्फबारी भारी हो जाने के कारण रोहित भदोरिया से रेस्क्यू टीम का संपर्क नहीं हो पाया था.
हंसमुख और मिलनसार रोहित काफी समय से बीड़ में रह रहे थे और उनकी तलाश के लिए लगभग 3 से 4 बार परिजनों की ओर से प्रशासन के सहयोग से अभियान चलाया गया. मगर उनका कोई अता पता नहीं चल पा रहा था. शुक्रवार को ही एक युवक ने जाली दरवे के पास पैराग्लाइडर और कुछ सामान और एक शव होने की सूचना बीड़ को दी थी जिसके बाद शुक्रवार से ही यह दल खोज के लिए रवाना हुआ था और रविवार दोपहर बाद यह दल सामान और शव लेकर यहां पहुंचे.
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