ETV Bharat / state

तिब्‍बती धर्मगुरु दलाईलामा ने मांगी माफी, महिलाओं पर कही थी ये बात

तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने अपने एक बयान पर माफी मांगी है. एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया था कि क्या उनका उत्तराधिकारी एक महिला हो सकती है, तो इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा था कि उसे आकर्षक होना चाहिए.

फाइल फोटो
author img

By

Published : Jul 3, 2019, 3:29 PM IST

धर्मशालाः तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के ऑफिस से जारी बयान में कहा गया है कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता ने हमेशा महिलाओं को एक उत्पाद की तरह पेश किए जाने का हमेशा विरोध किया है. इंटरव्यू में यूरोप में शरणार्थी संकट के सवाल पर दिए गए जवाब को लेकर उनके ऑफिस ने कहा कि हो सकता है उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया हो. तिब्बत के आध्यात्मिक नेता खुद निर्वासित हैं.

उन्होंने कहा था कि यरोप को एक निश्चित सीमा तक ही शरणार्थियों को लेना चाहिए और उनका लक्ष्य होना चाहिए कि वह उन्हें उनके देश भेजें. ऑफिस से जारी पत्र में लिखा गया है कि क्या पूरा यूरोप मुस्लिम देश बन जाएगा, असंभव. या फिर अफ्रीकी देश बन जाएगा. यह भी असंभव. उन्होंने कहा कि यूरोप को यूरोपीय लोगों के लिए ही रखें.

बयान में कहा गया कि अनौपचारिक रूप से दिए गए बयान में कभी-कभी ऐसा होता है. हो सकता है कि किसी एक सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में यह अच्छा हो, लेकिन जब यह किसी ओर अन्य में लाया जाता है तो अनुवाद में उसका हास्य खो जाता है.

पढ़ेंः नौ दिन तक होगी नौ देवियों की पूजा, इसलिए मनाई जाती है गुप्त नवरात्रि

धर्मशालाः तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के ऑफिस से जारी बयान में कहा गया है कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता ने हमेशा महिलाओं को एक उत्पाद की तरह पेश किए जाने का हमेशा विरोध किया है. इंटरव्यू में यूरोप में शरणार्थी संकट के सवाल पर दिए गए जवाब को लेकर उनके ऑफिस ने कहा कि हो सकता है उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया हो. तिब्बत के आध्यात्मिक नेता खुद निर्वासित हैं.

उन्होंने कहा था कि यरोप को एक निश्चित सीमा तक ही शरणार्थियों को लेना चाहिए और उनका लक्ष्य होना चाहिए कि वह उन्हें उनके देश भेजें. ऑफिस से जारी पत्र में लिखा गया है कि क्या पूरा यूरोप मुस्लिम देश बन जाएगा, असंभव. या फिर अफ्रीकी देश बन जाएगा. यह भी असंभव. उन्होंने कहा कि यूरोप को यूरोपीय लोगों के लिए ही रखें.

बयान में कहा गया कि अनौपचारिक रूप से दिए गए बयान में कभी-कभी ऐसा होता है. हो सकता है कि किसी एक सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में यह अच्छा हो, लेकिन जब यह किसी ओर अन्य में लाया जाता है तो अनुवाद में उसका हास्य खो जाता है.

पढ़ेंः नौ दिन तक होगी नौ देवियों की पूजा, इसलिए मनाई जाती है गुप्त नवरात्रि

Intro:धर्मशाला- धर्म गुरु दलाई लामा ने एक चैनल को दिए अपने इंटरव्यू पर माफी मांगी है। बता दे कि इंटरव्यू पर महिलाओं पर की गई टिपण्णी पर उन्होंने माफी मांगी है। वही उनके आफिस ने कहा कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता ने हमेशा महिलाओं को एक उत्पाद की तरह पेश किए जाने का विरोध किया है। Body:इंटरव्यू दौरान उनसे पूछा गया था कि उनका उत्तराधिकारी एक महिला हो सकती है तो इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा था कि उसे आकर्षक होना चाहिए। इंटरव्यू में यूरोप में शरणार्थी संकट के सवाल पर दिए गए जवाब को लेकर उनके आफिस ने कहा कि हो सकता है उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया हो। तिब्बत के आध्यात्मिक नेता खुद निर्वासित हैं। उन्होंने कहा था कि यरोप को एक निश्चित सीमा तक ही शरणार्थियों को लेना चाहिए और उनका लक्ष्य होना चाहिए कि वह उन्हें उनके देश भेजें।Conclusion: पत्र में लिखा गया है कि लेकिन क्या पूरा यूरोप मुस्लिम देश बन जाएगा? असंभव। या फिर अफ्रीकी देश बन जाएगा। यह भी असंभव। उन्होंने कहा कि यूरोप को यूरोपीय लोगों के लिए ही रखें। बयान में कहा गया कि अनौपचारिक रूप से दिए गए बयान में कभी-कभी ऐसा होता है हो सकता है कि किसी एक सांस्कृतिक परिपेक्ष्य में यह अच्छा हो लेकिन जब यह किसी और अन्य में लाया जाता है तो अनुवाद में उसका हास्य खो जाता है।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.