धर्मशाला: देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में शायद ही ऐसा कोई वर्ग होगा जिस पर कोरोना महामारी का प्रभाव न पड़ा हो. इसी कड़ी में कोरोना ने मिठाई के कारोबार को भी काफी नुकसान पहुंचाया है.
लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक शुरू हो चुका है. इसके बावजूद अभी भी मिठाई का कारोबार पटरी पर नहीं लौट सका है. इसके कारण इस कारोबार से जुड़े लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है.
लॉकडाउन लगने पर भी दुकानदारों को मिठाइयों को फेंकना पड़ा था. वहीं, अब अनलॉक शुरु होने पर भी लोग कम ही बाजार में आ रहे हैं. इसके अलावा बाजार में आने वाले लोग भी दुकानों में बनी मिठाइयों से परहेज कर रहे हैं.
धर्मशाला के कहचरी में मिठाई और ढाबे का कारोबार करने वाले विनोद शर्मा कहते है कि अनलॉक शुरू होने से भी अभी भी बाजार में रौनक नहीं लौटी है. लोगों के आने पर ही मिठाई बिकेगी, लेकिन लोग अभी भी मिठाई की दुकानों पर नहीं आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि दुकान पर काम कर रहे लोगों को सैलरी तो देनी ही पड़ेगी, लेकिन कि अभी कारोबार 10 से 15 प्रतिशत ही है. उन्होंने कहा कि सरकार से मांगने का कोई फायदा है. सरकार इस कारोबार से जुड़े लोगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
वहीं, कॉलेज रोड धर्मशाला के पास रेस्टोरेंट चलाने मदनदीप कहते है कि लॉकडाउन के दौरान सारे काम बंद हो गए थे. उस दौरान काफी नुकसान उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते स्कूल कॉलेज बंद है. छात्रों के उनकी दुकान पर आने से आमदनी होती थी, लेकिन अब कॉलेजों के बंद होने से काम बिल्कुल बंद है.
मदनदीप ने कहा कि सरकार से बिजली के बिल माफ करने के लिए कहा गया था, लेकिन सरकार ने इसमें भी रियायत नहीं दी. इसलिए सरकार से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है. धर्मशाला के कोतवाली बाजार में मिठाई और बेकरी की दुकान करने वाले आनंद मेहरा कहते है कि लॉकडाउन लगने के दौरान काफी परेशानी हुई. उस दौरान खराब हुई मिठाई को बाद से उन्हें कूड़े में फेंकना पड़ा था.
गनीमत रही कि लॉकडाउन से ठीक पहले लगाए गए जनता कर्फ्यू के कारण मिठाई का ज्यादा स्टॉक नहीं बनाया गया था, जिसके कारण ज्यादा मिठाई खराब नहीं हुई. आनंद मेहरा ने बताया कि अनलॉक शुरू होने के बावजूद भी बाजार में पूरी तरह सेल शुरू नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में हुए नुकसान से सीख लेते हुए त्योहार पर भी ज्यादा स्टॉक तैयार नहीं किया गया, ताकि मिठाई खराब न हो. उन्होंने कहा कि धीरे धीरे हालात अब बदलना शुरू हो गए हैं. बाजार में ग्राहक आना भी शुरू हो गया है.
धर्मशाला के गुरुद्वारा रोड पर मिठाई की दुकान करने वाले मोहित कहते है कि लॉकडाउन में मिठाई का स्टॉक खराब हो रहा था. इसके चलते प्रशासन की मदद से उसे लोगों तक पहुंचाया था.
मोहित ने कहा कि अनलॉक शुरू होने से अभी भी बाजार में रौनक नहीं लौटी है. लोगों में अभी भी कोरोना का डर है. इसलिए बाजार में आने वाले लोग मिठाइयों की दुकानों में अभी भी कम आ रहे हैं. शादियों और त्यौहार के सीजन के दौरान मिठाई की काफी बिक्री होती थी, लेकिन इस बार इनका भी पता नहीं चल पाया.
वहीं, शादियों में गिने-चुने लोग ही जा रहे थे. उन्होंने सरकार से मांग है कि सरकार इस कारोबर से जुड़े लोगों के लिए जीएसटी में ट्रांसपेरेंसी लाई जाए. गौरतलब है कि कोरोना के चलते सभी वर्गों पर इसका असर पड़ा है. मिठाई कारोबार भी इसमें शामिल हैं.
कोरोना संक्रमण के डर के कारण लोगों में भी बाहर निकलने से लेकर भीड़ में जाकर खरीदारी करने और दुकानों पर बने सामान के इस्तेमाल को लेकर डर है. इसके चलते इससे जुड़े लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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