धर्मशाला: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर एक और जहां पूरे भारतवर्ष में धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं. वहीं, जिला मुख्यालय धर्मशाला में भी सोमवार को कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. साथ ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता को तुरंत बहाल करने की मांग की. इस मौके पर कांगड़ा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष करण सिंह पठानिया व प्रदेश कांग्रेस के सचिव पुनीत मल्ली ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्र की सरकार पर आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी संसद में राहुल गांधी के सवालों से भाग रहे हैं.
राहुल गांधी ने केवल संसद में अडानी को दिए गए 20 हजार करोड़ रुपये को लेकर प्रश्न किया था, जिसको लेकर केंद्र की सरकार तिलमिला उठी. उन्होंने कहा कि आखिर नरेंद्र मोदी व अडानी का क्या रिश्ता है जो देश की जनता जानना चाहती है. उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों से देश में लूट मची हुई है. केंद्र की सरकार अमीरों को संरक्षण देने में लगी हुई है. कई लोग देश का करोड़ों का पैसा लेकर विदेशों में भाग गए है, जिनके खिलाफ केंद्र की सरकार कोइ कदम नहीं उठा सकी है.
करण सिंह पठानिया और पुनीत मल्ली ने कहा कि क्या चोर को चोर बोलना गलत है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की तानाशाही अब ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है. 2024 के लोकसभा चुनावों में अब केंद्र की तानाशाही व भाजपा सरकार का अंत होने वाला है व पूरा सरकारी तंत्र इस समय दबाव में चल रहा है. उन्होंने कहा कि यह तानाशाही के खात्मे की शुरुआत हो चुकी है. अब लड़ाई को सही दिशा देने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में इससे बड़ा काला धब्बा कोई नहीं. पुनीत मल्ली ने कहा कि यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला है.
पुनीत मल्ली ने कहा कि नरेंद्र मोदी को बताना होगा क्यों सारे टेंडर अडानी ग्रुप को दिए गए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जब संसद में अपने प्रश्नों को रखा तो उन्हे वहां से हटा दिया गया. जब राहुल गांधी संसद में बोलने लगे तो उनके माइक को बंद कर दिया गया. यह तानाशाही नहीं है तो और क्या है. उन्होंने कहा कि केंद सरकार ने देश का पैसा चोरों के हवाले कर दिया. उन्होंने कहा कि आज देश के गरीबों को हटाया जा रहा है और अमीरों पर बैकों का पैसा निछावर किया जा रहा है.
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