ज्वालामुखीः सीएम जयराम ठाकुर मंगलवार को ज्वालामुखी के पूर्व कांग्रेस विधायक संजय रत्न के पिता के निधन के बाद उनसे घर मुलाकात की. सीएम जयराम ठाकुर ने संजय रत्न के पिता व स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुशील रत्न के निधन पर दुख प्रकट किया और कहा कि बतौर स्वतंत्रता सेनानी सुशील रत्न को हमेशा याद रखा जाएगा.
सीएम जयराम ने कहा कि सुशील रत्न के देहांत की खबर सुनते ही वह बहुत आहत हुए थे. किन्हीं कारणों के चलते वह उस समय प्रदेश से बाहर थे और उनकी अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाए. बता दें कि छात्र राजनीति के दौर से ही सीएम ठाकुर और पूर्व विधायक संजय रत्न का आपसी तालमेल अच्छ रहा है. दोनों ही राजनेताओं को कई बार साथ देखा जा चुका है.
उल्लेखनीय है कि सुशील रत्न वर्ष 1985 से 1990 तक खादी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे. इसके बाद वर्ष 2003 से 2007 तक उन्हें स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष का जिम्मा दिया गया, इसके बाद वह 2013 से 2017 तक फिर से इसी पद पर आसीन रहे.
वर्तमान में भी वह भारत सरकार के गह मंत्रालय के तहत स्वतंत्रता सेनानी कल्याण के लिए बनी छह सदस्यीय समीति के सदस्य पद पर आसीन थे. 31 मार्च 1924 को जन्में सुशील रत्न पब्लिक रिलेशन ऑफिसर के पद से वर्ष 1982 में रिटायर होने के बाद से ही राजनीति में आ गए.
उन्होंने 1985 और 1990 में कांग्रेस टिकट पर ज्वालामुखी से विधानसभा का चुनाव लड़ा, पर दोनों ही मर्तबा वह जीत दर्ज नहीं करवा सके. पंडित सुशील रत्न सामाजिक कार्यों और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा ही आगे रहते थे.
इसके साथ ही स्वतंत्रता सेनानी कल्याण के लिए भी उन्होंने अपना भरपूर योगदान दिया. इस मुलाकात के दौरान सीएम जयराम ठाकुर के साथ शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, मौजूदा विधायक रमेश ध्वाला सहित अन्य उपस्थित रहे.
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