ETV Bharat / state

पपरोला आयुर्वेदिक संस्थान में मिट्टी चिकित्सा पद्धति से होता है जटिल बीमारियों का इलाज, हजारों मरीज हुए स्वस्थ - आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला

आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला में विभिन्न तरह के रोगों के इलाज के लिए मिट्टी चिकित्सा पद्धति पर परीक्षण सफल रहा है.आयुर्वेद का स्वस्थ्य वृत्त विभाग दावा कर रहा है कि मिट्टी से जटिल बीमारियों जैसे सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस, कमर दर्द, मधुमेह, आई बी एस, थायराइड, अस्थि संधि रोग, गर्दन दर्द, के रोगों का इलाज संभव है.

मिट्टी चिकित्सा पद्धति
Clay treatment in Paprola
author img

By

Published : Jan 22, 2020, 11:32 PM IST

पालमपुर: प्रदेश के सबसे बड़े आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला में विभिन्न तरह के रोगों के इलाज के लिए मिट्टी चिकित्सा पद्धति पर परीक्षण सफल रहा है.आयुर्वेद का स्वस्थ्य वृत्त विभाग दावा कर रहा है कि मिट्टी से जटिल बीमारियों जैसे सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस, कमर दर्द, मधुमेह, आई बी एस, थायराइड, अस्थि संधि रोग, गर्दन दर्द, के रोगों का इलाज संभव है. संस्थान का कहना है कि मिट्टी का इलाज जहां सस्ता है. वहीं, कारगर भी है.

वीडियो

सरकार ने इस पद्धति पर नजरें इनायत की तो ये इलाज पूरे देश में लोगों को मिल सकेगा. पपरोला संस्थान में बीते 5 वर्षों में करीब 5000 मरीजों का मिट्टी चिकित्सा पद्धति से सफलतापूर्वक इलाज किया गया है. मिट्टी चिकित्सा पद्धति में मरीज के प्रभावित अंगों पर मिट्टी का लेप लगाया जाता है. इस लेप को करीब एक घंटे से दो घंटे तक रखा जाता है. इस चिकित्सा पद्धति में चिकनी मिट्टी का लेप तैयार किया जाता है.

स्वस्थ वृत व योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर टेक चन्द ने बताया कि मिट्टी के इलाज से उन्होंने कई जटिल रोगों का इलाज किया है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा के दृष्टिकोण से मिट्टी का प्रयोग पुराने समय से चलन में है, लेकिन आयुर्वेदिक दृष्टि से पपरोला आयुर्वेदिक संस्थान पूरे देश में एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां मिट्टी चिकित्सा पद्धति पर परीक्षण किया गया है.

पालमपुर: प्रदेश के सबसे बड़े आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला में विभिन्न तरह के रोगों के इलाज के लिए मिट्टी चिकित्सा पद्धति पर परीक्षण सफल रहा है.आयुर्वेद का स्वस्थ्य वृत्त विभाग दावा कर रहा है कि मिट्टी से जटिल बीमारियों जैसे सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस, कमर दर्द, मधुमेह, आई बी एस, थायराइड, अस्थि संधि रोग, गर्दन दर्द, के रोगों का इलाज संभव है. संस्थान का कहना है कि मिट्टी का इलाज जहां सस्ता है. वहीं, कारगर भी है.

वीडियो

सरकार ने इस पद्धति पर नजरें इनायत की तो ये इलाज पूरे देश में लोगों को मिल सकेगा. पपरोला संस्थान में बीते 5 वर्षों में करीब 5000 मरीजों का मिट्टी चिकित्सा पद्धति से सफलतापूर्वक इलाज किया गया है. मिट्टी चिकित्सा पद्धति में मरीज के प्रभावित अंगों पर मिट्टी का लेप लगाया जाता है. इस लेप को करीब एक घंटे से दो घंटे तक रखा जाता है. इस चिकित्सा पद्धति में चिकनी मिट्टी का लेप तैयार किया जाता है.

स्वस्थ वृत व योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर टेक चन्द ने बताया कि मिट्टी के इलाज से उन्होंने कई जटिल रोगों का इलाज किया है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा के दृष्टिकोण से मिट्टी का प्रयोग पुराने समय से चलन में है, लेकिन आयुर्वेदिक दृष्टि से पपरोला आयुर्वेदिक संस्थान पूरे देश में एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां मिट्टी चिकित्सा पद्धति पर परीक्षण किया गया है.

Intro:पालमपुर--जी हां अब आयुर्वेद में भस्म, चूर्ण, वटी के अलावा मिट्टी से भी इलाज हो सकेगा । हालांकि मिट्टी से इलाज का परीक्षण सफल रहा है जिसका आयुर्वेद का स्वस्थ्य वृत्त विभागीय दावा कर रहा है जिसमें लोगों को सस्ता इलाज मुहैया हो सकेगा । स्वस्थ वृत्त विभागीय के दावे पर भरोसा करें तो उन्होंने कई इलाज में सफलता हासिल की है वह मिट्टी से कई असाध्य रोगों का इलाज कर चुके हैं बेशक इस तरह का इलाज केवल प्रदेश के सबसे बड़े संस्थान राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय पपरोला में ही संभव है लेकिन इस पर प्रयोग सफल रहा हैBody:सरकार ने इस पद्धति पर नजरें इनायत की तो यह इलाज पूरे देश में लोगों को मिल सकेगा । मिट्टी से इलाज द्वारा सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस, कमर दर्द, उधर की व्याधियां ,मधुमेह, आई बी एस, थायराइड संधि और संधि बात,अस्थि संधि रोग, गर्दन दर्द, के रोगों में इसका प्रयोग किया है और पपरोला संस्थान में पिछले 5 वर्षों में लगभग 5000 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है ।Conclusion:स्वस्थ वृत एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर टेक चन्द ने बताया कि मिट्टी के इलाज से उन्होंने सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस, कमर दर्द, उधर की व्याधियां ,मधुमेह, आई बी एस, थायराइड संधि और संधि बात,अस्थि संधि रोग, गर्दन दर्द, के रोगों में भी इसका प्रयोग किया है । डॉक्टर टेक चंद ने कहा कि कहां की मिट्टी चिकित्सा यह पद्धति बहुत उपयोगी सिद्ध हो रही है । प्राकृतिक चिकित्सा के दृष्टिकोण से मिट्टी के का प्रयोग होता आया है परंतु आयुर्वेदिक दृष्टि से देश में हम पहले संस्था के रूप में मिट्टी चिकित्सा का प्रयोग किया है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.