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युवती को फर्जी डिप्लोमा दिखाकर नौकरी हासिल करना पड़ा महंगा, मामला दर्ज - धर्मशाला फर्जी डिप्लोमा मामला

धर्मशाला में एक फर्जी डिप्लोमा का मामला सामने आया है. एक युवती ने नौकरी हासिल करने के लिए कंप्यूटर का फर्जी डिप्लोमा बनवा लिया. ‌युवती के दस्तावेजों की रूटीन जांच की गई, तो युवती की ओर से लगाया गया कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी पाया गया.

Case of a fake diploma in Dharamshala
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Published : Jun 24, 2020, 9:01 AM IST

धर्मशाला: नौकरी हासिल करने के लिए एक युवती को फर्जी डिप्लोमा दिखाना महंगा पड़ा. फर्जी डिप्लोमा लगाने के चलते जहां युवती को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. वहीं, अब उसके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक डीसी ऑफिस धर्मशाला में सिद्धबाड़ी की रहने वाली युवती ने डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी हासिल करने के लिए कंप्यूटर का फर्जी डिप्लोमा लगाकर नौकरी हासिल कर ली. इसके बाद जब डीसी कार्यालय की तरफ से ‌युवती के दस्तावेजों की रूटीन जांच की गई, तो युवती की ओर से लगाया गया कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी पाया गया.

बताया जा रहा है कि डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर तैनात होने से पहले युवती डीसी कार्यालय में ही काम करती थी, लेकिन जब डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर उसकी नियुक्ति हुई तो उसने इस पद के वांछित कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी तरीके से हासिल कर पेश कर दिया, जोकि बाद में जांच में फर्जी पाया गया.

मामले की पुष्टि करते हुए सदर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस थाना धर्मशाला में युवती के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें: कांगड़ा में कोरोना के 3 नए मामले आए सामने, जिला में 208 पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा

धर्मशाला: नौकरी हासिल करने के लिए एक युवती को फर्जी डिप्लोमा दिखाना महंगा पड़ा. फर्जी डिप्लोमा लगाने के चलते जहां युवती को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. वहीं, अब उसके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक डीसी ऑफिस धर्मशाला में सिद्धबाड़ी की रहने वाली युवती ने डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी हासिल करने के लिए कंप्यूटर का फर्जी डिप्लोमा लगाकर नौकरी हासिल कर ली. इसके बाद जब डीसी कार्यालय की तरफ से ‌युवती के दस्तावेजों की रूटीन जांच की गई, तो युवती की ओर से लगाया गया कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी पाया गया.

बताया जा रहा है कि डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर तैनात होने से पहले युवती डीसी कार्यालय में ही काम करती थी, लेकिन जब डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर उसकी नियुक्ति हुई तो उसने इस पद के वांछित कंप्यूटर का डिप्लोमा फर्जी तरीके से हासिल कर पेश कर दिया, जोकि बाद में जांच में फर्जी पाया गया.

मामले की पुष्टि करते हुए सदर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस थाना धर्मशाला में युवती के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है.
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