ETV Bharat / state

विक्रमादित्य सिंह ने PWD अधिकारियों के साथ की बैठक, विकास कार्यों की प्रगति का लिया जायजा - Vikramaditya Singh held meeting with PWD officers

धर्मशाला में लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कांगड़ा जिले में विभिन्न प्रस्तावित और निर्माणाधीन योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को विकास कार्यों को समय सीमा के भीतर और गुणवत्ता पूर्ण निर्माण करने के निर्देश दिए.

Etv Bharat
विक्रमादित्य सिंह ने PWD अधिकारियों के साथ की बैठक
author img

By

Published : May 23, 2023, 6:29 AM IST

धर्मशाला: लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने धर्मशाला में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कांगड़ा जिले में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न प्रस्तावित और चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. बैठक में कृषि मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे. विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को सभी कार्यों को तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए. खास तौर पर नाबार्ड और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चल रहे पुराने कार्यों को लेकर एक समय सीमा तय कर पूरा करने को कहा.

कार्यों में कोताही नहीं की जाएगी बर्दाश्त: लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह मंत्री ने कहा वे बहुत जल्द हर डिवीजन का दौरा करने के साथ खुद प्रत्येक कार्यों का निरीक्षण करेंगे. विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता नहीं होगा. कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यदि कड़ा एक्शन लेने की जरूरत होगी तो वे उससे पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा वे विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों की हर समस्या का समाधान करने का पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने जिले में कार्यों की अच्छी गति के लिए अधिकारियों की पीठ थपथपाई.

विक्रमादित्य ने ली विकास कार्यों की समीक्षा बैठक: विक्रमादित्य ने कांगड़ा जोन के दोनों मंडलों पालमपुर और नूरपुर के अधीन राज्य विकास कार्यक्रमों के साथ-साथ केंद्र प्रायोजित परियोजनाओं की वस्तुस्थिति तथा प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले और दूसरे चरण के कार्यों की समीक्षा के साथ योजना के तीसरे चरण में बनाई डीपीआर और स्वीकृत योजनाओं का भी ब्योरा लिया. उन्होंने नाबार्ड, सेंट्रल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड योजनाओं, डिपोजिट वर्क्स सहित अन्य कार्यों का जायजा भी लिया. मंत्री ने लंबे समय से रुके कार्यों की वजहें जानने के साथ उनके समाधान के लिए आवश्यक मार्गदर्शन किया. उन्होंने विभाग की कार्यप्रणाली की भी विस्तार से समीक्षा की बैठक की.

राज्य में बिछा सड़कों का जाल: बैठक के बाद विक्रमादित्य ने कहा पीएमजेएसवाई के पहले और दूसरे चरण में कांगड़ा जिले में 1,040 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 3,075 किलोमीटर लंबी 825 सड़कों का निर्माण तथा सुधार किया गया है. वहीं पीएमजेएसवाई के तीसरे चरण में जिले में 647 करोड़ रुपये की लागत से 505 किलोमीटर लंबी 53 सड़कों की डीपीआर तैयार की गई है. जिले में योजना के तीसरे चरण में 9.11 करोड़ रुपये की करीब 11 किलोमीटर लंबी ग्रामीण सड़कों के सुधार का कार्य चल रहा है.
ये भी पढ़ें: प्रदेश में ग्रामीण सड़कों के सुधार पर खर्च होगा 2800 करोड़: विक्रमादित्य सिंह

नाबार्ड के तहत सड़कों का निर्माण: उन्होंने बताया नाबार्ड के तहत साल 2022-23 में 104 करोड़ रुपये के कार्य किए गए हैं. वहीं 2023-24 के लिए कांगड़ा जोन में 120 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. जिसमें पालमपुर मंडल के तहत 30 करोड़ और नूरपुर मंडल के अंतर्गत 90 करोड़ रुपये के कार्य किए जाएंगे. सेंट्रल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत जिले में साल 2022-23 में साढे़ 55 करोड़ रुपये के कार्य किए गए हैं. जबकि 2023-24 के लिए करीब 16 करोड़ का बजट प्रावधान है. उन्होंने बताया कि कांगड़ा जोन में विभिन्न विभागों के भवनों के निर्माण के 139 कार्यों पर लगभग 554 करोड़ रुपये खर्चे जा रहे हैं.

सड़कें हिमाचल की जीवन रेखाएं: बैठक में कृषि मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने विकास योजनाओं को गति देने के लिए बहुमूल्य सुझाव दिए. उन्होंने कार्यों में गुणवत्ता पर बल दिया. उन्होंने कहा सड़कें हिमाचल की जीवन रेखाएं हैं. सड़क नेटवर्क अच्छा हो तो बाहर से आने वाले पर्यटकों को अच्छा संदेश जाता है. इससे देश दुनिया में प्रदेश की छवि बनती है. उन्होंने विभाग को सभी कार्यों को जनकल्याण और समर्पण की भावना से करने को कहा.

धर्मशाला: लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने धर्मशाला में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कांगड़ा जिले में लोक निर्माण विभाग की विभिन्न प्रस्तावित और चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. बैठक में कृषि मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे. विक्रमादित्य सिंह ने अधिकारियों को सभी कार्यों को तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए. खास तौर पर नाबार्ड और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चल रहे पुराने कार्यों को लेकर एक समय सीमा तय कर पूरा करने को कहा.

कार्यों में कोताही नहीं की जाएगी बर्दाश्त: लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह मंत्री ने कहा वे बहुत जल्द हर डिवीजन का दौरा करने के साथ खुद प्रत्येक कार्यों का निरीक्षण करेंगे. विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता नहीं होगा. कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यदि कड़ा एक्शन लेने की जरूरत होगी तो वे उससे पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा वे विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों की हर समस्या का समाधान करने का पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने जिले में कार्यों की अच्छी गति के लिए अधिकारियों की पीठ थपथपाई.

विक्रमादित्य ने ली विकास कार्यों की समीक्षा बैठक: विक्रमादित्य ने कांगड़ा जोन के दोनों मंडलों पालमपुर और नूरपुर के अधीन राज्य विकास कार्यक्रमों के साथ-साथ केंद्र प्रायोजित परियोजनाओं की वस्तुस्थिति तथा प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले और दूसरे चरण के कार्यों की समीक्षा के साथ योजना के तीसरे चरण में बनाई डीपीआर और स्वीकृत योजनाओं का भी ब्योरा लिया. उन्होंने नाबार्ड, सेंट्रल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड योजनाओं, डिपोजिट वर्क्स सहित अन्य कार्यों का जायजा भी लिया. मंत्री ने लंबे समय से रुके कार्यों की वजहें जानने के साथ उनके समाधान के लिए आवश्यक मार्गदर्शन किया. उन्होंने विभाग की कार्यप्रणाली की भी विस्तार से समीक्षा की बैठक की.

राज्य में बिछा सड़कों का जाल: बैठक के बाद विक्रमादित्य ने कहा पीएमजेएसवाई के पहले और दूसरे चरण में कांगड़ा जिले में 1,040 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 3,075 किलोमीटर लंबी 825 सड़कों का निर्माण तथा सुधार किया गया है. वहीं पीएमजेएसवाई के तीसरे चरण में जिले में 647 करोड़ रुपये की लागत से 505 किलोमीटर लंबी 53 सड़कों की डीपीआर तैयार की गई है. जिले में योजना के तीसरे चरण में 9.11 करोड़ रुपये की करीब 11 किलोमीटर लंबी ग्रामीण सड़कों के सुधार का कार्य चल रहा है.
ये भी पढ़ें: प्रदेश में ग्रामीण सड़कों के सुधार पर खर्च होगा 2800 करोड़: विक्रमादित्य सिंह

नाबार्ड के तहत सड़कों का निर्माण: उन्होंने बताया नाबार्ड के तहत साल 2022-23 में 104 करोड़ रुपये के कार्य किए गए हैं. वहीं 2023-24 के लिए कांगड़ा जोन में 120 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. जिसमें पालमपुर मंडल के तहत 30 करोड़ और नूरपुर मंडल के अंतर्गत 90 करोड़ रुपये के कार्य किए जाएंगे. सेंट्रल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत जिले में साल 2022-23 में साढे़ 55 करोड़ रुपये के कार्य किए गए हैं. जबकि 2023-24 के लिए करीब 16 करोड़ का बजट प्रावधान है. उन्होंने बताया कि कांगड़ा जोन में विभिन्न विभागों के भवनों के निर्माण के 139 कार्यों पर लगभग 554 करोड़ रुपये खर्चे जा रहे हैं.

सड़कें हिमाचल की जीवन रेखाएं: बैठक में कृषि मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने विकास योजनाओं को गति देने के लिए बहुमूल्य सुझाव दिए. उन्होंने कार्यों में गुणवत्ता पर बल दिया. उन्होंने कहा सड़कें हिमाचल की जीवन रेखाएं हैं. सड़क नेटवर्क अच्छा हो तो बाहर से आने वाले पर्यटकों को अच्छा संदेश जाता है. इससे देश दुनिया में प्रदेश की छवि बनती है. उन्होंने विभाग को सभी कार्यों को जनकल्याण और समर्पण की भावना से करने को कहा.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.