धर्मशाला: प्रदेश सरकार के दो माह के कार्यकाल के बाद ही विपक्षी दल यानी भाजपा ने सरकार के खिलाफ तेवर तीखे कर दिए हैं. भाजपा ने प्रदेशभर में दफ्तरों की डिनोटिफिकेशन के मुद्दे पर सरकार को घेरने का काम शुरू कर दिया है. वहीं, शुक्रवार को धर्मशाला से भाजपा ने हस्ताक्षर अभियान भी सरकार के खिलाफ शुरू किया. पूर्व विधायक विशाल नैहरिया की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पहले तो धर्मशाला बाजार में रैली निकाली फिर उसके बाद कचहरी अड्डे पर इक्कठा होकर सुक्खू सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर करके सरकार को प्रदेशभर में डिनोटिफाई किए गए तमाम कार्यालयों को दोबारा से सुचारू करने की मांग की. इस दौरान पूर्व विधायक धर्मशाला विशाल नैहरिया ने कहा कि सुक्खू सरकार बदले की भावना से काम कर रही है, जो कि किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा. ऐसा नहीं है कि सरकार ने एक ही रात में दफ्तर खोल दिए थे, बल्कि उन सबके लिए बीते दो ढाई सालों से प्रोसेस चला हुआ था. तब जाकर काम मुकम्मल हुआ, मगर सुक्खू सरकार ने आते ही उन्हें डिनोटिफाइ कर दिया जो किसी भी सूरत में सहन के योग्य नहीं है.
पूर्व विधायक धर्मशाला विशाल नैहरिया ने कहा कि अगर डिनोटिफाई किए गए कार्यालयों को जल्द बहाल नहीं किया तो भाजपा उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी. इस अवसर पर जिला अध्यक्ष चंद्रभूषण नाग, पूर्व प्रत्याशी राकेश चौधरी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रंजू रस्तोगी, ललिता वशिष्ठ, शक्ति चड्डा, महेंद्र सिंह, राजेश वर्मा, प्रेरणा शर्मा, विजय शर्मा व अन्य लोग मौजूद रहे. बाद में भाजपा वर्कर्ज ने इस बारे में एक ज्ञापन एडीसी को सौंपा.
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